New Delhi: अपने देश से निकलते समय हसीना अपने साथ ज्यादा सामान नहीं ला सकीं, लेकिन वह कुछ सूटकेस और बैग अपने साथ लेकर आई हैं।
बांग्लादेश की निर्वासित पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इन दिनों भारत में शरण लिए हुए हैं। बांग्लादेश में भारी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और अपनी जान बचाने के लिए भारत आना पड़ा। ऐसे में भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए न सिर्फ हसीना को शरण दी। बल्कि उन्हें गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में मौजूद सेफ हाउस में ठहराया। जानकारी के मुताबिक, अपने देश से निकलते समय हसीना अपने साथ ज्यादा सामान नहीं ला सकीं, लेकिन वह कुछ सूटकेस और बैग अपने साथ लेकर आई हैं। हालांकि हिंडन एयरबेस में कुछ जरूरत का सामान शेख हसीना की ओर से खरीदा गया है। उन्होंने यहां शॉपिंग की और अपनी जरुरत की सामान को खरीदा।
हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर की खरीदारी
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, शेख हसीना ने अपनी बहन और अपने लिए हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर बने शॉपिंग कांप्लेक्स से जरूरी सामान की खरीदारी की। उन्होंने यहां अपने और अपनी बहन के लिए कपड़ों की खरीदारी की। इसके साथ ही डेली यूज में आने वाले सामानों को भी उन्होंने खरीदा। बता दें कि हसीना ने राजनीतिक शरण के लिए यूरोप के देशों से अपील की है। हालांकि अभी तक किसी भी देश से इसकी मंजूरी नहीं मिली है। वहीं, भारत सरकार ने संसद को बताया कि हसीना जब तक चाहे वह भारत में रह सकती हैं।
खर्च किया इतना की कम पड़ गए नोट
सूत्र बता रहे हैं कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम ने 30,000 रुपये की खरीदारी की। उन्होंने यह भुगतान इंडियन करेंसी में किया, लेकिन उनके पास नोट कम पड़ गए। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेशी नोटों को दिया और पूरा पेमेंट किया। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि शेख हसीना अभी भी हिंडन एयरबेस पर मौजूद हैं और तकरीबन 24 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी अभी कोई हलचल नहीं हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि आज वह दुबई जा सकती हैं।
कल हिंडन एयरबेस पर पर देखी गई थी हलचल
वैसे, कल हिंडन एयरबेस पर पर काफी हलचल देखी गई थी। एंबेसी की दो गाड़ी पहुंचने के बाद यहां काफी गहमागहमी देखी गई। अनुमान लगाया जा रहा था कि शेख हसीना से मुलाकात करने के लिए या फिर यूं कहिए शेख हसीना को दिल्ली शिफ्ट करने के लिए एंबेसी से यह गाड़ियां लाई गई थीं।