Gujarat news: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संविधान के साथ कांग्रेस ने खिलवाड़ किया है। आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी ली थी, वहां पर ऐसी खिचड़ी पकी कि धारा-370 लागू कर दिया।
JP Nadda: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुजरात में संविधान गौरव अभियान के तहत एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के इंडियन स्टेट बयान को संविधान का मखौल उड़ाने वाली बात भी बताया। साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की इतिहास संबंधी जानकारी पर भी सवाल उठाए। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी फाइट अगेंस्ट द इंडियन स्टेट की बात करते हैं। आपने सुना होगा, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कहते हैं कि फाइट अगेंस्ट द इंडियन स्टेट। इन्हें न इतिहास की जानकारी है, न ही इतिहास से इनको कोई लेना-देना है। मैं कई बार कहता हूं कि इनके स्पीच राइटर कुछ भी लिख देते हैं और ये वहीं बात सार्वजनिक तौर पर बोल देते हैं। सबसे ज्यादा किसी ने संविधान का मखौल उड़ाया है तो वह कांग्रेस पार्टी है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संविधान के साथ कांग्रेस ने खिलवाड़ किया है। आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी ली थी, वहां पर ऐसी खिचड़ी पकी कि धारा-370 लागू कर दिया। जम्मू कश्मीर राज्य को विशेषाधिकार देने और भारत से अलग करने की नीति को बाबा साहेब अंबेडकर ने देशद्रोह करार दिया था। बाबा साहेब ने अच्छा संविधान बनाया लेकिन बुरे लोगों ने उसका दुरुपयोग कर जम्मू-कश्मीर में 35ए लगाई, जिसे संसद से भी पास नहीं कराया गया। संसद को धोखा देने वाले ये लोग आज संसद की मर्यादा की चिंता करने का नाटक कर रहे हैं।
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनुच्छेद 370 और 35A को समाप्त किया गया। डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में कांग्रेस सिर्फ बातें करती है लेकिन पीएम मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को राष्ट्रीय समरसता दिवस घोषित किया। उनकी स्मृति में स्मारक बनाकर समाज में उनका सम्मान बढ़ाया, वहीं कांग्रेस ने तो उन्हें भारत रत्न तक देने से मना कर दिया था।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया। बाबा साहेब अंबेडकर को कांग्रेस ने चुनाव तक हरवाने का काम किया और उन्हें भारत रत्न देना भी उचित नहीं समझा। बाबा साहेब को भारत रत्न तब मिला, जब केंद्र में एनडीए सरकार बनी। एक हफ्ते बाद हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाएंगे। इसके साथ ही संविधान गौरव यात्रा में सहभागिता करें और ये संदेश प्रसारित करें कि संविधान के साथ किसने छेड़छाड़ की थी।