शशि थरूर ने कहा- चीन ने 2025 की पहली छमाही में 256 गीगावाट सौर क्षमता स्थापित कर ली है, जो शेष विश्व की संयुक्त क्षमता से भी अधिक है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में चीन के प्रदर्शन को लेकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि चीन ने 2025 की पहली छमाही में 256 गीगावाट सौर क्षमता स्थापित कर ली है, जो शेष विश्व की संयुक्त क्षमता से भी अधिक है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के बाकी हिस्सों की संयुक्त क्षमता से भी अधिक है। उन्होंने कहा- यह वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा की दौड़ में उनके आक्रामक नेतृत्व को दर्शाता है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अपनी विशाल सौर क्षमता के साथ भारत चीन के आक्रामक प्रयासों से सीख सकता है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा- अपनी विशाल सौर क्षमता के साथ भारत के पास इस राह पर चलने एक वैश्विक पावर ग्रिड बनाने और ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनने यहां तक कि ऊर्जा निर्यातक बनने का भी अवसर है।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक पहल का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आइए थार रेगिस्तान से लेकर दक्कन के पठार तक बंजर भूमि के हर हिस्से को स्वच्छ ऊर्जा के लिए सौर ऊर्जा से ढक दें।
बता दें कि कांग्रेस नेता थरूर ने यह बयान उस समय दिया है जब चीन के पवन और सौर ऊर्जा की क्षमता इतिहास में पहली बार तापीय ऊर्जा से आगे निकल गई है। शिन्हुआ के अनुसार मार्च 2025 के अंत तक चीन की पवन और फोटोवोल्टिक ऊर्जा की स्थापित क्षमता 1.482 अरब किलोवाट तक पहुंच जाएगी।
बता दें कि पहली तिमाही में इनसे उत्पादित बिजली 536.4 अरब किलोवाट-घंटे तक पहुंच गई, जो देश की बिजली खपत का 22.5% है, जो पिछले साल की तुलना में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि है।