सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए उनके बैंड के साथी ने दावा किया है कि जुबीन के मैनेजर और फेस्टिवल ऑर्गनाइज़र ने उन्हें जहर देकर मारा था। उसने कहा कि, डूबते समय जूबीन के मुंह और नाक से झाग निकल रहे थे।
भारत के मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग की मौत की गुत्थी दिन पर दिन और उलझती जा रही है। जहां पहले इसे एक दुर्घटना बताया गया था वहीं धीरे धीरे इस मामले में नए राज खुलने लगे और हत्या के एंगल से इसकी जांच की जाने लगी। इसी कड़ी में अब सिंगर के बैंड के साथी ने एक नया चौंकाने वाला खुलासा किया है। जुबीन के साथी शेखर ज्योति गोस्वामी ने एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए यह दावा किया है कि जुबीन की जान डूबने के चलते नहीं गई बल्कि उन्हें जहर देकर मारा गया था।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत जांचकर्ताओं को अपना बयान देते हुए गोस्वामी ने यह खुलासा किया है। उन्होंने जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल ऑर्गनाइज़र श्यामकानू महंत पर उन्हें जहर देने का आरोप लगाया है। गोस्वामी ने बयान देते हुए कहा कि, जुबीन एक बेहतरीन तैराक थे और उनकी मौत डूबने से नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, जुबीन की मौत से कुछ घंटे पहले उनके मैनेजर का व्यवहार संदिग्ध था। मैनेजर ने नाव की यात्रा के दौरान जबरन नाव का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया जिससे नाव बीच समुद्र में डगमगाने लगी और सभी की जान खतरे में पड़ गई थी।
गोस्वामी ने खुलासा किया कि, जब जुबीन पानी में गिर गए और उनकी सांस रुकने लगी तो वह जोर जोर से मदद के लिए चिल्लाने लगे। गोस्वामी ने यह भी दावा किया कि इस दौरान उन्होंने जुबीन के मुंह और नाक से झाग निकलते हुए भी देखे थे, लेकिन मैनेजर शर्मा ने उसे एसिड रिफ्लक्स बता कर बात को घुमा दिया। गोस्वामी ने यह भी कहा कि, जब जुबीन मदद के लिए पुकार लगा रहे थे तो उनके मैनेजर बार बार जाबो दे, जाबो दे बोल रहा था, जिसका मतलब है कि उसे जाने दो, उसे जाने दो।
गोस्वामी का कहना है कि, जुबीन के मैनेजर और फेस्टिवल ऑर्गनाइज़र ने उन्हें जहर देकर मारा है और इसे छिपाने के लिए दुर्घटना के तौर पर पेश किया है। बता दे कि शर्मा पहले ही इस मामले में आरोपी है और एफआईआर में उसका नाम दर्ज है। उसके खिलाफ गैर-जमानती और गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें आपराधिक साज़िश, हत्या और और गैर-इरादतन हत्या जैसे आरोप शामिल है।