Mohan Bhagwat: मोहन भागवत के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने विरोध जताते हुए इसे संविधान विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि दम है तो ऐसा कर के दिखाएं, भारत हिंदू राष्ट्र नहीं है। इसके साथ ही हुमायूं कबीर को भाजपा की बी-टीम करार दिया।
Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू राष्ट्र वाले बयान को लेकर कांग्रेस नेता नेता उदित राज ने चुनौती दी है। उन्होंने भागवत को जवाब देते हुए कहा है कि भारत कोई हिदू राष्ट्र नहीं है, ये गलत बात है। अगर उनमें हिम्मत है तो भारत देश को हिंदू राष्ट्र घोषित कर के दिखाएं। उदित राज ने इस बयान को सविंधान विरोधी बताया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले हुमायूं कबीर भाजपा की बी टीम हैं।
आपको बता दें कि एक नीजी समाचार एजेंसी से मुखातिब होते हुए कांग्रेस नेता नेता उदित राज ने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाने की बात गलत है और मोहन भागवत में दम है तो ऐसा कर के दिखाएं। उनके द्वारा दिए गए बयान पूर्ण रूप से सविंधान के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मालूम है कि उनके दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और ही होता है। अभी तक यह बात भागवत दूसरों के कहलवाते थे, लेकिन अब वह खुद कहना शुरू कर दिए हैं। उनके द्वारा दिया गया बयान संविधान और राष्ट्र विरोधी है।
उदित राज ने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले हुमायूं कबीर बीजेपी की बी टीम बताया है। दरअसल, हुमायूं कबीर पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) पार्टी से जुड़े थे, मुर्शिदाबाद के भरतारपुर से विधायक भी हैं, लेकिन उनके ‘बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण’ प्रस्ताव पेश करने के बाद उन्हें ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद उन्होंने 6 दिसंबर 2025 को बंगाल के बेलडांगा, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद जैसे ढांचे की नींव रखी। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत “कोई भी मंदिर, गिरिजाघर या मस्जिद बना सकता है”, इसलिए वे मस्जिद बनाने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। इस मस्जिद की नींव रखने के बाद पूरे देश में सियासी पारा गरम हो गया था। हुमायूं कबीर कभी बीजेपी के साथ भी रहे हैं इसलिए उदित राज उनकी डोर भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि रविवार को कोलकाता में आयोजित एक कर्यक्रम में आरएसएस के प्रमुख मोहन भागत शरीक होने के लिए गए थे। वहां पर संबोधन करने के दौरान उन्होंने कहा था कि 'सूर्य का उदय पूर्व से होता है लेकिन पूर्व से कब से हो रहा है हमें नहीं पता है। तो क्या हमें उसके लिए भी संविधान की मंजूरी लेनी पड़ेगी। हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र है। जो भी भारत को अपनी मां मानता है, वो भारतीय संस्कृति की तारीफ करता है, जब तक हिन्दुस्तान की धरती पर एक भी व्यक्ति जिंदा है जो पूर्वजों को गौरव को मानता है और उसका सम्मान करता है, तब तक भारत हिंदू राष्ट्र है। यह संघ की विचारधारा है।' दौरान आरएसएस प्रमुख ने यह भी कहा कि 'अगर संसद कभी संविधान संशोधन का फैसला करती है और शब्द को जोड़ती है। अगर ऐसा होता है या नहीं होता है, तो भी ठीक है। हम शब्द की चिंता नहीं करते, क्योंकि हम हिंदू हैं और हमारा देश हिंदू राष्ट्र है। यह सच है जन्म पर आधारित जाति व्यवस्था हिंदुत्व की पहचान नहीं है।'
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता उदित राज कभी भारतीय जनता पार्टी से सांसद रह चुके हैं। वे 2014 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की उत्तर-पश्चिम (North West Delhi) सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे और 2014 से 2019 तक लोकसभा के सदस्य रहे। बाद में 2019 में भाजपा से मतभेद बढ़ने और टिकट न मिलने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद से वे कांग्रेस के दलित नेताओं में एक प्रमुख चेहरा माने जाते हैं और भाजपा की नीतियों के मुखर आलोचक रहे हैं।