1974 में उन्होंने ‘कांगो के रंबल इन जंगल’ नाम से चर्चित मुकाबले में मोहम्मद अली को ललकारा, लेकिन खिताब बचा नहीं पाए।
नई दिल्ली. अमरीका के पूर्व दिग्गज हैवीवेट चैंपियन जॉर्ज फोरमैन का 76 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके परिवार ने इंस्टाग्राम पर निधन की जानकारी दी। अपने दौर के महान बॉक्सर फोरमैन कुल 81 मैचों में रिंग में उतरे, जिसमें से 76 जीते, जबकि सिर्फ पांच मुकाबले गंवाए थे। फोरमैन की पहचान एक बेखौफ मुक्केबाज की थी। यही कारण था रिंग में उनके विरोधी उनका सामना करने से कतराते थे। फोरमैन ने 1973 में जो फ्रेजियर को हराकर पहला वल्र्ड हैवीवेट का खिताब अपने नाम किया था। जिसका दो बार उन्होंने बचाव किया। 1974 में उन्होंने ‘कांगो के रंबल इन जंगल’ नाम से चर्चित मुकाबले में मोहम्मद अली को ललकारा, लेकिन खिताब बचा नहीं पाए। मुहम्मद अली से मिली हार के बाद वे कुछ ही फाइटों में नजर आए। 28 साल की उम्र में अचानक उन्होंने मुक्केबाजी से संन्यास लेकर पादरी बनने का ऐलान कर दिया। फोरमैन ने मैक्सिको में 1968 ओलंपिक में 19 वर्ष की उम्र में स्वर्ण पदक जीता था। 1997 में अंतिम मैच खेला था।
रिटायरमेंट के 10 साल बाद धमाकेदार वापसी
रिटायरमेंट के बाद रिंग से 10 साल दूर रहने के बाद उन्होंने फिर से वापसी का ऐलान किया था। वापसी के बाद उन्होंने दो हैवीवेट टाइटल अपने नाम किए। तब फोरमैन की उम्र 46 साल हो चुकी थी। इस तरह फोरमैन बॉक्सिंग में वल्र्ड हैवीवेट चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी हैं। फोरमैन ने दस साल बाद जब रिंग में उतरे तो उनके सामने 27 साल के माइकल मूरर थे, जिन्हें हराकर उन्होंने टाइटल अपने नाम किया।