पुलिस की तस्वीर फिर बदली जा रही है। इसलिए पुरानी हेल्पलाइन डायल 100 की जगह डायल-112 सेवा ने कमान संभाल ली है ।
पुलिस की तस्वीर फिर बदली जा रही है। इसलिए पुरानी हेल्पलाइन डायल 100 की जगह डायल-112 सेवा ने कमान संभाल ली है । जिले को भी 50 फस्र्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (एफआरवी) मुहैया कराए गए हैं। इन गाडिय़ों 16 देहात और 34 शहर में तैनात रहेंगी। गुरुवार को आइजी अरविंद सक्सेना ने पुलिस लाइन से इन गाडिय़ों को हर झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीआइजी अमित सांघी, एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव भी मौजूद थे।
इन सुविधाओं से लैस डायल 112
डायल 112 वाहन सिर्फ पुलिसिंग तक सीमित नहीं है इस यह वाहन आपात हालात में मददगार भी साबित होंगे।
इन गाडिय़ों को वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन, लाइव लोकेशन ट्रैकिंग और बॉडीवार्न कैमरे तकनीकों से लैस किया गया है। बॉडीवार्न कैमरे से घटनाएं मौके पर ही रिकॉर्ड होंगी। इसके अलावा हादसे या घटना में जख्मी को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस एंबुलेंस का इंतजार नहीं करेगी। वाहन स्ट्रेचर से लैस हैं। घायल को अस्पताल ले जाने के लिए इनकी सीट को आवश्यकता के हिसाब से एडजस्ट किया जा सकेगा।
जनता और पुलिस के बीच तालमेल बनाएगी डायल 112
आइजी अरविंद सक्सेना ने कहा डायल-112 के आने से जनता और पुलिस के बीच तालमेल बढ़ेगा। सूचना पर तुरंत कार्रवाई होगी। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि डायल-112 सेवा आमजन की सुरक्षा और भरोसे को मजबूत करेगी। इन गाडिय़ों से कानून-व्यवस्था और मजबूत होगी। देहात और शहर दोनों जगहों पर जनता के सहयोग से नई दिशा मिलेगी।