– एक सप्ताह में नई व्यवस्था होगी लागू इंदौर. देवी अहिल्याबाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की अब डिजिटल जांच होगी। इसके लिए मशीने इंस्टाल हो गई हैं और ट्रायल शुरू कर दिया है। इस व्यवस्था से यात्री डिपार्चर गेट से फ्लाइट तक पहुंच सकेंगे। पहले मैन्यूअल जांच के आधार पर प्रवेश मिलता था, जिसमें समय […]
- एक सप्ताह में नई व्यवस्था होगी लागू
इंदौर. देवी अहिल्याबाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की अब डिजिटल जांच होगी। इसके लिए मशीने इंस्टाल हो गई हैं और ट्रायल शुरू कर दिया है। इस व्यवस्था से यात्री डिपार्चर गेट से फ्लाइट तक पहुंच सकेंगे। पहले मैन्यूअल जांच के आधार पर प्रवेश मिलता था, जिसमें समय लगता था। एक सप्ताह के भीतर नई व्यवस्था होगी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया देश के 14 एयरपोर्ट पर यह सुविधा शुरू कर रहा है, जिसमें इंदौर का नाम भी है। वर्तमान में एयरपोर्ट के एंट्री गेट पर सुरक्षा व यात्री की पहचान के लिए आधार कार्ड और टिकट देखकर प्रवेश दिया जाता है। सुरक्षा अधिकारी आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज से यात्री के चेहरे का मिलान करते हैं। ऐसी ही जांच सिक्योरिटी होल्ड एरिया और बोर्डिंग गेट पर भी होती है। तीन-चार स्थानों पर होने वाली जांच में कई बार लाइन लग जाती है। इसमें यात्रियों का काफी समय बर्बाद होता है।
4 जगह लगी मशीनें
चार जगह मशीनें इंस्टाल हो चुकी हैं। एयरपोर्ट प्रबंधन ने ट्रायल बेस पर इससे जांच शुरू कर दी है। डिजिटल जांच 1-2 मिनट में हो जाएगी। सिस्टम पूरी तरह तकनीक पर आधारित होगा। गेट पर स्कैनर लगे होंगे, जो यात्री का चेहरा पहचानेंगे। स्कैनर के सामने खड़े होते ही यात्री के चेहरे का मिलान बायोमेट्रिक से हो जाएगा। यात्री की पहचान उसके आधार डाटा में दर्ज जानकारी से होगी। एक बारकोड स्कैनर भी होगा। यहां टिकट या बोर्डिंग पास स्कैन करने पर टिकट की भी जांच हो जाएगी। टिकट पर दर्ज नाम और बायोमेट्रिक जांच में आधार डाटा से मिले नाम का मिलान होने पर गेट ऑटोमेटिक खुल जाएगा और यात्री आगे जा सकेंगे।
डीजी यात्रा एप से सुविधा
सरकार ने मोबाइल एप डीजी यात्रा लॉन्च किया है। यात्रियों को एक बार अपना रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड से कराना होगा। एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा सिस्टम से यात्री की जांच हो सकेगी। अगर यात्री के पास डीजी यात्रा एप नहीं है तो उनकी जांच भी इस सिस्टम हो सकेगी, लेकिन प्रक्रिया थोड़ी अलग होगी।