सूरत. गोडादरा में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले फरार चल रहे मास्टर माइंड शिवा टकला को आखिरकार पुलिस ने अहमदाबाद में धर दबोचा। वहां से सूरत लाते समय उसने पुलिस टीम पर हमला कर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस दो राउंड फायरिंग कर उसका यह प्रयास नाकाम कर दिया। एक गोली शिवा के पैर […]
सूरत. गोडादरा में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले फरार चल रहे मास्टर माइंड शिवा टकला को आखिरकार पुलिस ने अहमदाबाद में धर दबोचा। वहां से सूरत लाते समय उसने पुलिस टीम पर हमला कर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस दो राउंड फायरिंग कर उसका यह प्रयास नाकाम कर दिया। एक गोली शिवा के पैर में लगी। पुलिस ने उसे स्मीमेर अस्पताल में भर्ती करवाया है। वहीं, यह मामला सामने आने पर पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। तुंरत ही उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, कुख्यात बूटलेगर शिवाकांत यादव उर्फ शिवा टकला ने अपने साथियों के साथ मिलकर लेनदेन के विवाद में शोएब व नाजिम नामक दो युवकों की अपहरण कर बेरहमी से हत्या कर दी थी, जबकि तीसरे युवक इरशाद को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। शिवा को आशंका थी कि तीनों ने उसके ठिकाने से शराब चुराई थी। शराब के रुपयों की वसूली के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लिम्बायत से तीनों का अपहरण किया और उन्हें जबरन गोडादरा केपिटल स्कवेयर के पीछे एक खुले प्लॉट में ले गया। जहां रात भर लाठी, डंडों, सरियों से बेरहमी से पीट-पीट कर उन्हें प्रताडि़त किया। उन्हें अपमानित करने के लिए उनका आधा सिर और मूंछे भी काट दी थी। बुरी तरह से जख्मी हुए शोएब की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद शिवा अपने साथियों की मदद से नाजिम और इरशाद को एक कार में डालकर महाराष्ट्र ले गया। नंदुरबार के निकट नाजिम की मौत होने पर उसका शव भी कार से बाहर फेंक दिया था और घायल इरशाद को एक अस्पताल के बाहर छोड़ कर फरार हो गया था। वहां से इरशाद के सूरत लौटने के बाद पूरे मामले से पर्दा उठा। वहीं, पीडि़त युवकों के परिजनों से शिकायत मिलने पर जांच में जुटी गोडादरा पुलिस ने पहले शिवा टकला के दो साथियों जालम व आसिफ को गिरफ्तार किया, लेकिन शिवा का कोई अता-पता नहीं चला, वह फरार था। बाद ने एक नाबालिग समेत उसके पांच और साथियों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में पुलिस को शिवा अहमदाबाद में छिपा होने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस ने एक टीम अहमदाबाद भेजी। पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार शाम उसे सूरत लाते समय देवध गांव में उसने पुलिस को झांसा देकर भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाया। गोडादरा पुलिस ने उसे स्मीमेर अस्पताल में भर्ती करवाया है। अस्पताल में पुलिस बल भी तैनात कर दिया है।
पुलिस की माने तो पुलिस वाहन देवध गांव के करीब पहुंचाने पर शिवा पुलिसकर्मियों से वाहन रोकने के लिए कहा। उसने कहा कि उसे उल्टी हो रही है, यदि वाहन नहीं रोका तो वह वाहन में ही उल्टी कर देगा। इस पर दो कांस्टेबलों ने उसे उतारा, तभी उसने पत्थर उठा लिया और पीएसआइ पर पत्थर से हमला कर उनकी रिवॉल्वर छीनने का प्रयास किया। पीएसआइ ने किसी तरह खुद को बचाया, पत्थर पुलिस जीप के शीशे पर लगा। इस बीच वह थोड़ा और दूर छटक गया। दुबारा पुलिस पर पत्थर फेंका और भागने की कोशिश की। इस पर पीएसआइ ने दो राउन्ड गोली चलाई। जिसमें से एक गोली उसके घुटने के नीेचे लगी। गोली लगते ही मौत के डर से उसने सरेंडर कर दिया। चीखते हुए बोला, साहब गलती हो गई, अब कभी नहीं भागूंगा।