मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को यहां नेमली में प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के नए कारखाने की आधारशिला रखी। टाटा मोटर्स यहां करीब 9,000 करोड़ का निवेश करेगा। स्टालिन , वरिष्ठ मंत्री दुरै मुरुगन, टीआरबी राजा, मुख्य सचिव एन. मुरुगानंदम और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के साथ भूमिपूजन समारोह […]
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को यहां नेमली में प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के नए कारखाने की आधारशिला रखी। टाटा मोटर्स यहां करीब 9,000 करोड़ का निवेश करेगा। स्टालिन , वरिष्ठ मंत्री दुरै मुरुगन, टीआरबी राजा, मुख्य सचिव एन. मुरुगानंदम और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के साथ भूमिपूजन समारोह में शामिल हुए। उम्मीद है कि इस प्लांट के खुलने से पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। कंपनी का लक्ष्य 'मेक इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड' को बढ़ावा देना है।
स्टालिन ने टाटा मोटर्स की तमिलनाडु में विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने की योजना पर खुशी जताते हुए कहा, 'तमिलनाडु न केवल भारत में काम करने वाली बड़ी कंपनियों के लिए बल्कि बहुराष्ट्रीय निगमों के लिए भी पहला निवेश डेस्टिनेशन है। नामक्कल जिले से आने वाले और विश्वस्तर पर प्रसिद्ध कंपनी का नेतृत्व करने वाले चंद्रशेखरन राज्य के लिए गौरव की बात हैं।'
मार्च में सरकार से एमओयू
टाटा मोटर्स ने संयंत्र स्थापित करने के लिए मार्च में सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस मौके पर टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा, 'हमें खुशी है कि हम पनापक्कम को अपनी अगली पीढ़ी की कारों और एसयूवी का घर बना रहे हैं। इसमें इलेक्ट्रिक और लग्जरी गाड़ियां भी शामिल हैं। तमिलनाडु एक प्रमुख औद्योगिक राज्य है। यहां प्रगतिशील नीतियां हैं और एक स्थापित ऑटोमोटिव हब है।'
सालाना ढाई लाख वाहनों का निर्माण
इस प्लांट में सालाना 250,000 से ज्यादा गाड़ियां बन सकेंगी। शुरुआत में कम गाड़ियां बनेंगी, लेकिन अगले 5-7 सालों में यह संख्या बढ़कर 250,000 हो जाएगी। यह प्लांट 100 फीसदी रिन्यूएबल एनर्जी से चलेगा।