बीकानेर नगर निगम के कार्यालय कक्षों की छत्ते टपक रही है। बारिश के पानी से निगम का महत्वपूर्ण रेकॉर्ड खराब हो रहा है।
बीकानेर. शहर में करोड़ों रूपए के निर्माण और विकास कार्यों को करवाने का दावा करने वाला नगर निगम अपने कार्यालय कक्षों की मरम्मत भी नहीं करवा पा रहा है। निगम के अनेक कार्यालय कक्षों की छत्तें टपक रही है व रैक, फर्श पर रखी पत्रावलियां तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज हर बारिश में भीग रहे है। शहर में मंगलवार को हुई बारिश के दौरान अन्य राजस्व शाखा अनुभाग के कक्ष में छत्त टपकने से कक्ष में बस्तों में रखी पत्रावलियां भीग गई। कर्मचारियों ने पत्रावली बस्तों को कक्ष में ही एक कोने में सुरक्षित रखवाया। छत्त से पानी टपकने का सिलसिला जारी रहा।
इन अनुभागों में भीग रही पत्रावलियां
नगर निगम परिसर में हर बारिश में पानी के बड़ी मात्रा में एकत्र होने की समस्या बनी हुई है। बारिश के दौरान विवाह पंजीयन शाखा, स्थापना एच, स्वास्थ्य अधिकारी, जन्म मृत्यु पंजीयन प्रमाण पत्र रेकॉर्ड कक्ष सहित अनेक कक्षों में रखी पत्रावलियां बारिश के दौरान भीगती रही है। हालात यह है कि स्थापना एच, स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय कक्ष के बरामदे के आगे ऊंची दिवार बनाकर बारिश के पानी को कक्षों में रोकने का प्रयास किया गया है। वहीं कई कक्षों की छत्तों से बारिश का पानी टपकने, रेकॉर्ड भीगने की समस्या लंबे समय से बनी हुई है।
अधिकारी ध्यान दे रहे ना जनप्रतिनिधि
निगम में अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता से कनिष्ठ अभियंताओं तक अनेक अभियंता अधिकारी है, लेकिन किसी भी अभियंता को हर बारिश में छत्तों से टपक रहे पानी व भीग रही पत्रावलियों की चिंता नहीं है। निगम में अस्सी पार्षद तथा महापौर व उप महापौर तथा नेता प्रतिपक्ष भी है। लेकिन कोई भी निगम के नष्ट रहे रेकॉर्ड को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है। आयुक्त, उपायुक्त भी खराब हो रही पत्रावलियों को लेकर संवेदनशील नजर नहीं आ रहे है।