हनुमानगढ़ जंक्शन में आयोजित जिला स्तरीय किशोरी मेले में बेटियों ने दिखाई प्रतिभा, विज्ञान मॉडल से मेधा का प्रदर्शन, चार्ट के जरिए बढ़ते महिला अपराधों की पीड़ा कराई महसूस
हनुमानगढ़. एक तरफ गणित व विज्ञान के ज्ञान पर आधारित जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने वाली तकनीक के मॉडल का प्रदर्शन। दूसरी ओर बढ़ते महिला अपराध, बेटियों की सुरक्षा सरीखे गंभीर मुद्दों पर आधारित चार्ट का प्रदर्शन। विज्ञान मॉडल जहां वायु प्रदूषण, यातायात समस्या, बरसात की कमी, पर्यावरण संरक्षण जैसी समस्याओं के समाधान को लेकर उम्मीद जगा रहे थे। वहीं कोलकाता मेडिकल कॉलेज दुष्कर्म कांड की पीडि़ता के दर्द को चार्ट के जरिए बयां कर महिला अपराधों जैसी समस्याओं की तरफ ध्यान खींच रहे थे। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार को जंक्शन स्थित जाट भवन में आयोजित जिला स्तरीय किशोरी मेले में इस तरह के दृश्य नजर आए। समसा के सहयोग आयोजित मेले में बालिकाओं ने सशक्त ढंग से अपने ज्ञान और अपने मुद्दों का प्रदर्शन किया।
बालिकाओं व शिक्षिकाओं ने गणित व विज्ञान पढ़ाने के आसान तरीके, खेल-खेल में पढ़ाई, प्रकाश संश्लेषण, कोलकाता दुष्कर्म कांड, धुम्रपान के नुकसान, महिला सुरक्षा के लिए तकनीकी सहयोग, ऑर्गेनिक खेती व खाद, गुड टच बैड टच, हिंदी-अंग्रेजी व्याकरण, फैक्ट्री से निकलने वाले और चौक-चौराहों पर वाहनों के धुंए को कार्बन रहित बनाने, नशे की समस्या व आंखों की बीमारी से निपटने संबंधी दर्जनों मॉडल व चार्ट बनाकर मेले में प्रदर्शित किए। राउमावि 29 डीडब्ल्यूडी की प्रभारी सुमन चौरसिया के नेतृत्व में बालिका धनिष्ठा, आरुषि, दिव्यांशु, टीनू बाला, अनुप्रिया आदि ने आर्टिकल एंड प्रोनाउन सहित कई चार्ट तथा विज्ञान मॉडल प्रदर्शित किए। राबाउमावि डूंगराना की टीम प्रभारी मंजू छापरवाल व विनोज कुमार के नेतृत्व में बालिका जीविका, ज्योति, कोमल, पूजा, रविना ने आंखों की बीमारियों, महिला सुरक्षा आदि से जुड़े चार्ट व विज्ञान मॉडल प्रदर्शित किए।
जिला कलक्टर कानाराम ने मेले का अवलोकन कर मॉडल व चार्ट के संबंध में बालिकाओं से जानकारी ली। सातवीं कक्षा की बालिका मनीषा ने गणित पार्क के संबंध में बड़े आत्मविश्वास से कलक्टर को जानकारी दी। कार्यक्रम में कलक्टर ने कहा कि वर्तमान में बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। उनके प्रति भेदभाव की धारणा को हर स्तर पर मिलकर समाप्त करना होगा। शिक्षा में बेटों से अधिक बेटियों की संख्या है। उच्च व प्रोफेशनल शिक्षा में भी यह संख्या सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन भी बेटियों को उड़ान भरने में हमेशा सहयोग करेगा। कलक्टर ने कहा कि नशा मुक्त मानस अभियान में प्रशासन जनभागीदारी से आगे बढ़ रहा है। इसमें बेटियों की भी अहम भूमिका साबित होती है। वे नशा मुक्त परिवार, समाज और जिला बनाने के लिए आगे आए।
समापन समारोह में कलक्टर कानाराम, सीडीईओ पन्नालाल कड़ेला, समसा एपीसी हरलाल सहारण, पुरुषोत्तम शर्मा, सीबीईओ सीमा भल्ला, एसीबीईओ दीपक मिड्ढ़ा, एसीबीईओ रजनीश गोदारा, एडीईओ सुनीता खुंगर आदि ने बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाया। साथ ही, मानस सखियों को भी सम्मानित किया गया। बेटियों को महिला अधिकारिता विभागीय योजनाओं से अवगत कराया गया। बेटियों ने आत्मरक्षा कौशल और योगासन का प्रदर्शन किया। इस दौरान नशा मुक्त रहने और आमजन को जागरुक करने के लिए संकल्प दिलाया गया। इस दौरान इंद्रजीत शर्मा, दिनेश खीचड़, समसा पीओ विनोद कुमार आदि ने व्यवस्थाएं संभाली।