1040 किलो मावा किया जब्त, प्राथमिक जांच में मिली मिलावट की आशंका, गोले का मंदिर का दिया था पॉइंट, पर सिरोल पहाड़ी के पास खाली कर रहे थे
दीपावली का त्योहार आते ही मिलावट माफिया सक्रिय हो गया है। भिंड, मुरैना व धोलपुर से मावा की आवक शुरू हो गई है, लेकिन इस बार मिलावट खोरों ने परिवहन का तरीका बदला है, ताकि मोर बाजार तक मावा पहुंचने से पहले न पकड़ा जाए। शुक्रवार को जो मावा पकड़ा है, उसमें नए तरीके का खुलासा हुआ है। खाद्य विभाग को गोले के मंदिर का पॉइंट दिया गया था, गोले के मंदिर पर मावे का इंतजार कर रहा था। जो पिकअप मावा लेकर आई थी, वह सिरोल पहाड़ी के पीछ खड़ी गई और ऑटोरिक्शा में मावा अनलोड किया जा रहा था। मावा अनलोड करते वक्त ही मावा पकड़ लिया। 26 डलिया में रखा 1040 किलो (10.40 क्विंटल) जब्त कर लिया। प्राथमिक जांच में सामने आया कि मिलावट है और फैट बढ़ाने के लिए अन्य सामग्री का उपयोग किया गया है। मावे के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे जाएंगे।
मावे को पकडऩे के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी बृजेश कुमार शिरोमणि, गोविन्द नारायण सरगैयां, सतीश धाकड़, सतीश कुमार शर्मा सिरोल थाने लेकर पहुंचे। पूछताछ में ऑटो चालकों जितेन्द्र रजक (निवासी त्यागी नगर मुरार) एवं रवि कुशवाहा (निवासी मालनपुर) ने बताया कि यह मावा ग्राम किटेहना तहसील मौ निवासी रवि सिंह यादव का है, जिसे जय मां रतनगढ़ डेयरी मौ से सिरोल रोड होते हुए मोर बाजार में बेचे जाने के लिए लाया जा रहा था। डलियों पर ‘देवानंद’, ‘संजू’ और ‘राकेश राठौर’ लिखा हुआ पाया गया। इन व्यापारियों के पास मावा पहुंचना था। मावे की कीमत 2.58 लाख रुपए आंकी गई।