सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण की शिकायत के बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ .गोविंद सिंह के बंगले का सीमांकन करने गुरुवार को राजस्व अमला भारी पुलिसबल के साथ पहुंचा। भिण्ड से आई चार सदस्यीय टीम के साथ तहसीलदार उदयसिंह जाटव ने नक्शे का मिलान किया
लहार(भिण्ड). सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण की शिकायत के बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ .गोविंद सिंह के बंगले का सीमांकन करने गुरुवार को राजस्व अमला भारी पुलिसबल के साथ पहुंचा। भिण्ड से आई चार सदस्यीय टीम के साथ तहसीलदार उदयसिंह जाटव ने नक्शे का मिलान किया। नाप जोख मेड़ा के बीच बेस प्वॉइंट से शुरू होनी थी, जो टीम को नहीं मिले। इन प्वॉइंट को खोजने के लिए राजस्व अमला 9 घंटे तक घूमता रहा। कर्मचारियों ने पहले रोबर मशीन से चेक किया, मगर उससे भी प्वॉइंट क्लियर नहीं हुए तो ईटीएस मशीन से जांच की। सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक प्रशासनिक अमला बेस प्वॉइंट खोजने में जुटा रहा, लेकिन बंदोबस्त के दौरान 1987 में बने प्वॉइंट नहीं मिले। शुक्रवार सुबह आठ बजे से फिर राजस्व अमला बेस प्वॉइंट का मेजरमेंट करेगा।
बाबूलाल टैगोर नाम के व्यक्ति ने 15 जुलाई को एसडीएम लहार को शिकायत की थी कि डॉ. गोविंद सिंह का मकान अतिक्रमण में बना है। साथ में भाजपा के अन्य लोग भी थे। इस पर डॉ. गोविंद सिंह के पुत्र अमित सिंह ने सर्वे नंबर 2175 का नक्शा गलत बताकर सीमांकन के प्रयास पर आपत्ति की है।
कार्रवाई के दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बेटे डॉ अमित सिंह ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर आपत्ति जाहिर की। डॉ. गोविंद सिंह के समर्थन में क्षत्रिय समाज और कांग्रेस ने विरोध दर्ज कराया तो भाजपा के मंडल अध्यक्ष दीपक राजावत ने गोविंद सिंह पर हमला बोला है। नपा सीएमओ रमाशंकर शर्मा के पहुंचने से मामला और अधिक तूल पकड़ गया। सीएमओ नपा अमले के साथ पांच घंटे डटे रहे।
बाबूलाल टैगोर नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी कि दो सरकारी सर्वे नंबरों पर डॉ. गोविंद सिंह ने अवैध तरीके से निर्माण कर आम रास्ता भी बंद कर दिया है। इसे हमने तहसीलदार को मार्क किया था। आज अमले ने पड़ताल की जो शुक्रवार को भी जारी रहेगी। राजस्व विभाग के 1985 के रेकॉर्ड में दोनों सर्वे नंबर एक आम रास्ता और दूसरा तलैया दर्ज है। जांच में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
विजय सिंह यादव, एसडीएम, लहार।