Weather Forecast: मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न हिस्सों में 6, 7 और 8 दिसंबर के बीच भारी बारिश की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 7 दिनों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अरब सागर के ऊपर बने निम्न दबाव और ट्रफ लाइन की वजह से उत्तराखंड, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में बादल और नमी की लगातार सक्रियता बनी हुई है। इसकी वजह से अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में 7 से 8 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं बर्फबारी भी हो सकती है।
मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, देश के कई राज्यों में 6 और 7 दिसंबर को शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में मौसम का रुख लगातार शुष्क बना हुआ है। दिन के तापमान में पिछले 24 घंटों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। गोरखपुर, कानपुर, बरेली और मुरादाबाद मंडलों में अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6 से 3°C तक कम रिकॉर्ड किया गया, जबकि बाकी जिलों में यह सामान्य श्रेणी में रहा। कानपुर में राज्य का सबसे अधिक दिन का तापमान 26.6°C दर्ज किया गया, जो दिसंबर माह के लिहाज से काफी गर्म माना जा रहा है। वहीं, रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, झांसी और आगरा मंडल में न्यूनतम तापमान 2.1 से 4°C तक गिर गया। राज्य में सबसे कम तापमान 4.2°C कानपुर शहर में दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)ने शुक्रवार को जारी अपने ताजा बुलेटिन में दक्षिण भारत में सक्रिय मौसम प्रणालियों के चलते व्यापक बारिश की चेतावनी दी है। विभाग के अनुसार 6 दिसंबर को दक्षिण तमिलनाडु में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अरब सागर के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र और ट्रफ लाइन के कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय कर्नाटक, केरल और तटीय आंध्र प्रदेश में बादल और नमी की निरंतर सक्रियता बनी हुई है। इसकी वजह से 6, 7 और 8 दिसंबर को भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अंडमान–निकोबार द्वीपसमूह में भी मौसम खराब रहने वाला है। 5 से 7 दिसंबर के बीच यहां 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएँ चलेंगी, जिनके झोंके 50 किमी/घंटा तक पहुंच सकते हैं। इसके चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।