पाली

काव्य गोष्ठी में सुनाई रचनाएं, बटोरी तालियां

गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान पत्रिका व अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से काव्य संगोष्ठी

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Jan 24, 2025
काव्य गोष्ठी में उप​िस्थत विद्यार्थी।

गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को राजस्थान पत्रिका व अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे कवियों के साथ विद्यार्थियों ने स्व रचित व अन्य रचानाएं सुनाकर संविधान की जानकारी देने के साथ देश के लिए प्राण न्योछावर करने का संदेश दिया। शहर के ज्योति विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित गोष्ठील में कवयित्री तृप्ति पाण्डेय ने हवाओं में रंगत छा गई, फिर से 26 जनवरी आ गई... व राष्ट्र नित नई अंगडाइयां छूने को रहा है तत्पर..., कवयित्री कृष्णा वैष्णव ने क्यूं भला अभिमान स्वयं पर, क्या इस सृष्टि को है दिया जो कुछ थाती इस धरती पर..., पुरखों ने पुरुषार्थ किया चाहे दशमलव को ले लो, शून्य का अन्वेषण कह लो ग्रह उपग्रह की बात करो... कविता सुनाकर गणतंत्र दिवस के साथ भारत की उपलिब्धयों का बखान किया।

जिला संयोजक भंवर सिंह राठौड़ चोटिला ने बताया कि विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ सलाहकार किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर राकेश कुमार चौधरी ने बच्चों को खेलने, पढने और कार्य करने की कविता के माध्यम से प्रेरणा दी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक ज्योति प्रकाश अरोड़ा ने गणतंत्र दिवस का महत्व बताया।

उस भूमि पर सपने साकार होते है...

अखिल भारतीय साहित्य परिषद जोधपुर प्रांत मीडिया प्रमुख पवन कुमार पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य व बाल सचिवालय राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर कृष्णा वैष्णव की मौजूदगी में काश्वी पाण्डेय ने उस भूमि पर जहां सपने साकार होते हैं गणतंत्र दिवस पर हमारे हृदय प्रज्ज्वलित हो उठते हैं... कविता सुनाकर तालियां बटोरी। कार्यक्रम में पूजा सिंह, रेखा प्रजापत, विनीता आसवानी, दीक्षा कंवर, चेतना चैहान, वर्षा परमार ने भी रचनाएं पेश की।

Published on:
24 Jan 2025 08:22 pm
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