बिहार चुनाव छपरा में विधानसभा रोचक हो गया है। आरजेडी के टिकट पर खेसारी लाल यादव के चुनाव मैदान में उतरने के बाद बीजेपी के लिए अपना किला बचाने की चुनौती है। दरअसल, बीजेपी के बागी के चुनाव मैदान में उतरने से एनडीए के परंपरागत वोटों के बटने की संभावना है
बिहार चुनाव 2025: छपरा में विधानसभा चुनाव रोचक हो गया है। एनडीए को जहां इस सीट पर बागी प्रत्याशी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं महागठबंधन ने छपरा में विधानसभा चुनाव में भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। छपरा में उनकी सभा और रैली में काफी भीड़ एकत्रित हो रही है। उनका क्षेत्र में अनोखे तरीके से स्वागत किया जा रहा है। उत्साहित समर्थकों ने शुक्रवार को खेसारी लाल यादव को 200 लीटर दूध से नहलाया। इसके बाद उनको पैसा से भी तौला गया। खेसारी लाल यादव के समर्थकों ने यह कार्यक्रम छपरा के गैलेक्सी पैलेस में आयोजित किया था।
आरजेडी उम्मीदवार खेसारी को देखने के लिए सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में भीड़ पहुंचने लगी थी। खेसारी लाल यादव को देखते ही उनके समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद लाए गए दूध से उनका अभिषेक कराया गया। इसके बाद ढोल नगाड़े के बीच उनपर फूलों की बारिश की गई। इस दौरान उनके समर्थकों ने खेसारी लाल यादव जिंदाबाद के नारे लगाते रहे।
इधर, टिकट नहीं मिलने पर बागी हुई राखी गुप्ता भी चुनावी मैदान में जमकर चुनाव प्रचार कर रही है। राखी को छपरा विधानसभा से टिकट की उम्मीद थी। लेकिन, जब राखी गुप्ता को टिकट नहीं मिला तो वो नाराज हो गई। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय अपना नामांकन कर दिया। राखी गुप्ता के नामांकन में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी पहुंचे थे। इससे साफ था कि पार्टी में एक वर्ग राखी गुप्ता के साथ है। राखी गुप्ता पूर्व मेयर हैं। दो से ज्यादा बच्चे की मां होने की वजह से उनकी मेयर की कुर्सी चली गई थी। इसके बाद से वो विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही थी। लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए भी उन्होंने काफी प्रयास किया था। लेकिन, पार्टी ने लोकसभा का टिकट देने से इंकार कर दिया था।
वर्ष 2010 से छपरा विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। 2010 में बीजेपी के टिकट पर सबसे पहले जनार्दन सिंह सिग्रीवाल यहां से चुनाव जीते थे। इसके बाद 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में डॉ सीएन गुप्ता चुनाव जीते थे। 2025 के विधानसभा चुनाव में टिकट की रेस में डॉ सीएन गुप्ता और राखी गुप्ता सबसे आगे चल रहे थे। लेकिन, पार्टी ने उम्र अधिक होने की वजह से उनको टिकट देने से मना कर दिया। उनकी जगह पार्टी ने छोटी कुमारी को अपना प्रत्याशी बनाया। लेकिन, छोटी कुमारी के सामने भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव के साथ- साथ संगठन छोड़कर बागी होकर चुनाव लड़ रही राखी गुप्ता भी है। इसकी वजह से छोटी कुमारी के सामने बीजेपी की विरासत को बचाने का भी संकट है।