Bihar Elections में India Bloc में सीटों को लेकर खींचतान जारी है।
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले विपक्षी INDIA ब्लॉक में सीट-बंटवारे को लेकर तनाव गहराता जा रहा है। एक ओर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के बीच 5 विधानसभा सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही है, वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने भी गठबंधन के भीतर अपनी हिस्सेदारी को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए 12 सीटों की मांग रखी है। सूत्रों के अनुसार, दोनों दलों के बीच बैसी, बहादुरगंज, रानीगंज, कहलगांव और सहरसा सीटों को लेकर मतभेद बना हुआ है। पिछली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कहलगांव और बहादुरपुर सीटों से उम्मीदवार उतारे थे, जबकि RJD ने सहरसा, बैसी और रानीगंज से चुनाव लड़ा था, मगर दोनों ही दल इनमें से कोई सीट जीत नहीं पाए।
इस बार कांग्रेस ने अपने हिस्से की दो सीटें इंडिया इन्क्लूसिव पार्टी (IIP) को दी हैं और सहरसा सीट भी उसी के लिए छोड़ना चाहती थी, लेकिन RJD ने अब इस सीट पर दावा ठोक दिया है। सहरसा में पिछली बार बीजेपी के अलोक रंजन ने RJD की लवली आनंद को 20,000 वोटों से हराया था। RJD का तर्क है कि इस बार सीट उसके लिए दोबारा लड़ने का मौका है।
कहलगांव सीट पर भी कांग्रेस और RJD के बीच खींचतान जारी है। कांग्रेस का कहना है कि यह उसकी पारंपरिक सीट है, जबकि RJD इसे अपने खाते में लाना चाहती है। इसके अलावा कांग्रेस बैसी और बहादुरगंज सीटों पर भी दावा कर रही है, यह कहते हुए कि सीमांचल क्षेत्र में उसकी पकड़ मजबूत है। दरअसल, कांग्रेस के 3 सांसद - पप्पू यादव (पूर्णिया), किशनगंज और कटिहार, सभी सीमांचल से हैं। यही वजह है कि पार्टी यहां से ज्यादा सीटें चाहती है। पिछले विधानसभा चुनाव में इन दोनों सीटों पर AIMIM ने जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में दोनों विधायक RJD में शामिल हो गए। कांग्रेस का दावा है कि जनता अब इन विधायकों से नाराज है और यह सीटें उसे दी जानी चाहिए।
सीमांचल में बढ़ती राजनीतिक सक्रियता के बीच AIMIM ने INDIA ब्लॉक पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि वह बिहार में करीब 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी, जो पिछली बार से 5 गुना अधिक है। इस कदम से विपक्षी वोट बैंक के बिखरने की संभावना बढ़ गई है, जिसका फायदा सीधे तौर पर NDA को मिल सकता है।
इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने भी अपनी मांगें तेज कर दी हैं। पार्टी ने साफ कहा है कि अगर 14 अक्टूबर तक बिहार में उसकी सीटों का ऐलान नहीं किया गया, तो वह खुद का रास्ता चुन लेगी। JMM के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम महागठबंधन के साथ हैं, लेकिन सम्मानजनक हिस्सेदारी चाहिए। झारखंड में हमने RJD को 7 सीटें दीं, उसका एक विधायक मंत्री भी बना। अब हम भी वैसा ही सम्मान चाहते हैं। JMM बिहार में कम से कम 12 सीटों की मांग कर रहा है और कह रहा है कि पार्टी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने को तैयार है।
सीट-बंटवारे की यह खींचतान उस वक्त सामने आई है जब RJD नेता तेजस्वी यादव को INDIA ब्लॉक का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने को लेकर भी विवाद चल रहा है। कांग्रेस के पर्यवेक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में कहा था कि तेजस्वी का चेहरा पेश करना RJD की रणनीति का हिस्सा है, न कि गठबंधन का औपचारिक फैसला। अब जबकि नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, ऐसे में सीटों को लेकर जारी यह रस्साकशी INDIA ब्लॉक के लिए सिरदर्द बनती जा रही है।