बिहार के नेता तेजस्वी यादव की Z+ सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। मुज़फ़्फ़रपुर में हेलीकॉप्टर के पास एक युवक ने उनके पैर पकड़ लिए, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
बिहार की राजनीति एक बार फिर सुरक्षा और खाकी सिस्टम पर सवाल खड़ा करने वाली घटना से हिल गई है। राजद नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई। यह घटना शनिवार को मुजफ्फरपुर के कांटी विधानसभा क्षेत्र में हुई, जब तेजस्वी यादव हेलिकॉप्टर से रवाना होने वाले थे। एक युवक अचानक दौड़ते हुए हेलिकॉप्टर के पास पहुंचे तेजस्वी यादव के पैरों को पकड़ लिया, इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
तेजस्वी यादव कांटी में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे और उससे पहले कांटी प्रखंड कार्यालय परिसर में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ी हुई थी और नारों का शोर सुनाई दे रहा था। सभा समाप्त होने के बाद जब तेजस्वी हेलिकॉप्टर की ओर बढ़ रहे थे, तभी सुरक्षा में चौंकाने वाला मंजर सामने आया।
वायरल वीडियो में देखा गया कि एक युवक दौड़ता हुआ उनके पास आया और सीधे उनके पैरों में गिर गया। यह घटना तब हुई जब तेजस्वी यादव लगभग अकेले खड़े थे और सुरक्षा घेरा नज़र नहीं आ रहा था। तेजस्वी खुद भी इस अचानक हुए वाकये से चौंक गए। कुछ सेकंड तक सुरक्षाकर्मी मौके पर नदारद रहे। बाद में दूर खड़े जवान भागकर पहुंचे, तेजस्वी को घेरे में लिया और युवक को काबू किया। युवक को पूछताछ के लिए ले जाया गया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि युवक केवल मिलने की कोशिश कर रहा था या इसके पीछे कोई बड़ी साज़िश थी।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया। लोग सवाल उठा रहे हैं कि Z+ सुरक्षा वाले नेता तक कोई आम शख्स इतनी आसानी से कैसे पहुँच गया। अगर युवक के इरादे खतरनाक होते तो क्या होता? क्या बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां ऐसे हाई-प्रोफाइल नेताओं की सुरक्षा में गंभीर हैं? यह पहली बार नहीं है जब तेजस्वी यादव की सुरक्षा में सेंध लगी हो। इससे पहले भी कई बार उनके सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठ चुके हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल “लापरवाही का केस” नहीं बल्कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन है, जिसे अपराध की भाषा में “ओपन मर्डर” भी कहा जा सकता है।