-अगले दस वर्षों में ट्रिपल आइटी कोटा में हो जाएंगी 25 हजार सीट -लोकसभा अध्यक्ष बिरला व शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच कोटा-बूंदी में शिक्षा के संवर्धन पर अहम बैठक
नई दिल्ली। राजस्थान के शैक्षणिक केन्द्र कोटा में शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने की योजनाओं को तैयार किया जा रहा है। कोटा को देश में उच्च शिक्षा और टेक्नोलॉजी के हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इसी कड़ी में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान के साथ संसद भवन में बुधवार को लंबी बैठक हुई। इसमें कोटा-बूंदी क्षेत्र में उच्च शिक्षा एवं स्कूली शिक्षा के समग्र विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत एवं सार्थक चर्चा की गई। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने विशेष समिति गठित करने के निर्देश दिए, जो एक माह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि कोटा देश का प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है, जहां सडक़ और रेल कनेक्टिविटी सशक्त है। आने वाले वर्षों में एयर कनेक्टिविटी भी सुगम हो जाएगी। हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थी आइआइटी एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा आते हैं। ऐसे में ट्रिपल आइटी कोटा को अधिक सशक्त बनाया जाना समय की आवश्यकता है। इसे देश की आइआइटी की तर्ज पर विकसित किया जाना चाहिए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने इस पर कहा कि आगामी 10 वर्षों में ट्रिपल आइटी कोटा में विद्यार्थियों की क्षमता 25 हज़ार करने की योजना बनाई जाएगी। इसके तहत इसका का समग्र उन्नयन किया जाएगा। संस्थान में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की परिकल्पना को साकार किया जाएगा तथा नए और समसामयिक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। बैठक में कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में पीएम श्री विद्यालयों की संख्या बढ़ाने, राजस्थान के लिए शिक्षा बजट में केंद्रीय अनुदान बढ़ाने जैसे अनेक विषयों पर भी विस्तार से विमर्श किया गया। बैठक में केन्द्रीय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार, अपर सचिव स्कूल शिक्षा धीरज साहू, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव विनीत जोशी, उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव रीना सोनोवाल, सीबीएसई चेयरमैन राहुल सिंह, ट्रिपल आइटी कोटा के निदेशक प्रो. एन.पी. पढ़ी, राजस्थान के उच्च व तकनीकी शिक्षा एसीएस कुलदीप रांका, सचिव कृष्ण कुणाल, लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी राजीव दत्ता, लोक सभा में संयुक्त सचिव गौरव गोयल भी बैठक में उपस्थित रहे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि ट्रिपल आइटी कोटा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), ग्रीन एनर्जी, ग्लोबल जॉब मार्केट की मांग के अनुरूप फ्यूचरिस्टिक कोर्सेज, एआई-सेंटर, पंप स्टोरेज, एटॉमिक स्टडीज सहित कई नई पहल शुरू हो सकी है। कोटा क्षेत्र चंबल नदी क्षेत्र की प्राकृतिक समृद्धि एवं रावतभाटा में परमाणु ऊर्जा संयंत्र के चलते तकनीकी एवं ऊर्जा आधारित शिक्षा के लिए अत्यंत अनुकूल है। इन सभी विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए ट्रिपल आइटी कोटा को देश की आदर्श ट्रिपल आइटी संस्थान के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है। जिससे कोटा को देश में उच्च शिक्षा और टेक्नोलॉजी के हब के रूप में स्थापित किया जा सके।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने अपने संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार का विषय भी प्रमुखता से रखा। उन्होंने कहा कि ‘नो योर कॉन्स्टिट्यूशन’ कार्यक्रम को कोटा-बूंदी के स्कूलों में व्यापक रूप से लागू किया जाए, ताकि विद्यार्थी भारत के संविधान की मूल भावना और मूल्यों से परिचित हो सकें।