प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिले में समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुलिस ने अब गुलशन के ऊपर घोषित इनाम की राशि को बढ़ाकर 50,000 कर दिया है।
गुलशन यादव पर 53 मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं। गुलशन लगभग एक साल से फरार चल है और अब तक तकरीबन साल करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इससे पहले गुलशन यादव पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया था।
गुलशन यादव पर हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में कुल 53 मुकदमे दर्ज हैं। ये मुकदमे प्रतापगढ़ और प्रयागराज के विभिन्न थानों में दर्ज किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, गुलशन पिछले एक साल से फरार है और गिरफ्तारी के लिए कई प्रयास भी किए जा चुके हैं।
गुलशन यादव के खिलाफ चल रही कार्रवाई केवल इनाम तक सीमित नहीं है। उसके खिलाफ अवैध तरीके से अर्जित संपत्तियों पर भी शिकंजा कसने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अब तक उसके नाम और परिवारजनों के नाम पर मौजूद लगभग 7.15 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। इसमें लखनऊ और प्रतापगढ़ में लगभग 2.5 करोड़ की अचल संपत्तियां शामिल हैं, जिन्हें पहले ही कुर्क किया जा चुका है। हाल ही में गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी पत्नी सीमा यादव के नाम पर लखनऊ के शारदा नगर में 1.10 करोड़ की जमीन को भी कुर्क कर दिया गया है।
गुलशन यादव का राजनीतिक सफर भी चर्चा में रहा है। पहले गुलशन राजा भैया के करीबी माना जाता था लेकिन 2017 के बाद दोनों नेताओं के बीच मतभेद उभर आए। इसके बाद 2022 में कुंडा विधानसभा सीट से गुलशन यादव ने राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ा हालांकि करारी हार का सामना करना पड़ गया।