भदोही जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग किशोरी को प्यार के झांसे में फंसाकर अपहरण कर ₹1 लाख 10 हजार रुपये में बेच दिया गया।
भदोही जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग किशोरी को प्यार के झांसे में फंसाकर अपहरण कर ₹1 लाख 10 हजार रुपये में बेच दिया गया। कोतवाली पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है।
पुलिस के अनुसार आरोपी रोहताश ने किशोरी को फेसबुक पर प्यार के जाल में फंसाया और उसे ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर बुलाया। वहां से उसने उसे अपने साथी संतोष यादव को सौंप दिया। इसके बाद संतोष किशोरी को ग्वालियर लेकर गया, जहां वह तीन दिन तक रुका। फिर वह उसे मेरठ लेकर पहुंचा और पहले से तय सौदे के तहत किशोरी को उषा देवी को सौंप दिया। उषा देवी ने ने अपने सहयोगी अमरदीप के साथ मिलकर नाबालिग को रोहटा, मेरठ निवासी आकाश गुप्ता को ₹1.10 लाख में बेच दिया। अपने सहयोगी अमरदीप के साथ मिलकर नाबालिग को रोहटा, मेरठ निवासी आकाश गुप्ता को ₹1.10 लाख में बेच दिया।
इसके बाद संतोष किशोरी को ग्वालियर लेकर गया, जहां वह तीन दिन तक रुका। फिर वह उसे मेरठ लेकर पहुंचा और पहले से तय सौदे के तहत किशोरी को उषा देवी बताया गया कि आकाश गुप्ता ने पूरा पैसा नहीं दिया था। 10 नवंबर को उषा देवी और संतोष, आकाश से बकाया रकम लेने पहुंचे। इसी दौरान कोतवाली पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और मौके से नाबालिग को सुरक्षित बरामद कर लिया।
मुख्य आरोपी रोहताश फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। एसपी ने इस सराहनीय कार्रवाई के लिए गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को ₹25,000 का इनाम देने की घोषणा की है।