प्रयागराज, जो कभी देश के टॉप एजुकेशन इंस्टीट्यूशन और सांस्कृतिक केंद्रों में शुमार होता था, बीते कुछ दशकों में अपराध, माफियागीरी और असुरक्षा की चपेट में आ गया था, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ के क्राइम के प्रति जीरो टॉलरेंस पॉलिसी से एक बार फिर प्रयागराज पुराने गौरव को हासिल करने बढ़ चला है।
प्रयागराज कभी देश को नौकरशाह देने का हब जाना जाता था लेकिन बीच के कालखंड में स्थिति बिल्कुल उलट सी गई। चमकती प्रतिभाओं का केंद्र अतीक और अशरफ जैसे कुख्यात माफियाओं के काले कारनामों का गढ़ बन गया। इसको उपजाऊ बनाने में राजनीति का मौन समर्थन भी रहा।
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद फिर माफिया राज पर करारी चोट की गई। कुख्यात माफियाओ की अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोज़र चला, अपराधियों को जेल भेजा गया और जनता को यह भरोसा दिलाया गया कि अब कानून का राज चलेगा, किसी बाहुबली का नहीं। इस बदले माहौल ने प्रयागराज की शैक्षिक पहचान को फिर से जीवित कर दिया।
यूपीएससी में टॉपर बनीं शक्ति दुबे ने प्रयागराज की प्रतिभा को राष्ट्रीय मंच पर फिर से स्थापित किया। वहीं, इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में महक जायसवाल की सफलता ने यह सिद्ध किया कि सुरक्षित वातावरण में बेटियां भी सपने पूरे कर सकती हैं। प्रयागराज के बच्चा राम यादव इंटर कालेज की छात्रा महक जायसवाल ने 97.20 फीसदी अंक के साथ इंटर में पहला स्थान हासिल किया है। यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे की 10वीं और 12वीं की पढ़ाई प्रयागराज के एसएमसी घूरपुर से हुई। महक जायसवाल प्रयागराज के फूलपुर के भुलई का पूरा गांव के बच्चा राम यादव इंटर कॉलेज की छात्रा है। प्रयागराज में अब नई प्रतिभाओं का उदय हो रहा है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। प्रयागराज में प्रतिभाशाली लोग हैं जो उच्चतम स्तर पर पहुंच सकते हैं। उनके लिए वे प्रेरणा हैं। नई प्रतिभाओं के उदय से समाज में सुधार हो सकता है।