प्रयागराज में भाजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव की हत्या का सनसनीखेज खुलासा। दोस्त और उसके परिवार ने रची थी साजिश।
प्रयागराज के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव की हत्या कर दी गई। 22 अगस्त को लापता हुए रणधीर की उसी रात हत्या कर दी गई थी। उनका शव 8 टुकड़ों में पूरामुफ्ती रेलवे ट्रैक पर मिला था, जिसे पुलिस ने अज्ञात मानकर 72 घंटे बाद डिस्पोज कर दिया था। इधर पुलिस की टीमें उन्हें चित्रकूट में तलाश करती रहीं। पुलिस ने गुरुवार को रणधीर यादव के दोस्त राम सिंह यादव को हिरासत में लिया, जिसके बाद इस पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड को रणधीर के दोस्त राम सिंह यादव ने अपने चाचा उदय यादव और अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।
प्रयागराज से पूर्व जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता रणधीर यादव मोहम्मदपुर हथिगंहा के रहने वाले थे। उनके पिता राम अभिलाष यादव सूबेदार रह चुके हैं। पत्नी बबली यादव वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं। 22 अगस्त (शुक्रवार) की रात रणधीर यादव नवाबगंज बाजार में एक ढाबे पर देखे गए थे। उसके बाद से वह लापता हो गए थे। उनकी पत्नी और जिला पंचायत सदस्य बबली यादव ने अगले दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 25 अगस्त को परिवार ने राम सिंह यादव और उदय यादव के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। इसी दिन रणधीर यादव की स्कार्पियो कार चित्रकूट जिले के पहाड़ी इलाके में बरामद हुई थी।
पुलिस ने जांच में सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य जुटाए। गुरुवार को भगौतीपुर चौराहे से आरोपी राम सिंह यादवऔर उमरपुर नींवा से लीला यादव (आरोपी उदय यादव की सास) को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ। आरोपी राम सिंह ने बताया कि उसके चाचा उदय यादव और रणधीर यादव गहरे दोस्त थे। लेकिन रणधीर का उदय की पत्नी अंजलि यादव से नजदीकी संबंध था। इसी कारण से रिश्तों में खटास आ गई। अंजलि यादव की मौत 11 जुलाई को संदिग्ध हालात में हुई थी। इसी का बदला लेने के लिए उदय ने रणधीर की हत्या की साजिश रची।
उदय ने राम सिंह यादव के अलावा भाई विजय यादव, नौकर सुजीत श्रीवास्तव के साथ मिलकर 22 अगस्त की रात रणधीर की हत्या कर उसके शव को पूरामुफ्ती क्षेत्र में बमरौली स्टेशन के आउटर के समीप रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। स्कार्पियो को चित्रकूट में छोड़ दिया। हत्या की साजिश में उदय यादव की सास लीला यादव भी शामिल रहीं।