मौसम विभाग ने शनिवार के लिए 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 51 जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों और पूर्वांचल में मानसूनी बारिश का असर बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के कई इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अब बारिश का जोर पूर्वी तराई जिलों जैसे श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज की ओर बढ़ेगा। इसके साथ ही पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी अच्छी बारिश के संकेत मिले हैं।
मौसम विभाग ने शनिवार के लिए 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 51 जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। शुक्रवार को हाथरस में सबसे ज्यादा 112 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा इटावा में 90 मिमी, बागपत में 71 मिमी और बिजनौर में 65 मिमी बारिश हुई। लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन अब तराई इलाकों की ओर खिसक गई है, जिससे शनिवार से अगले दो दिनों तक तराई और पूर्वांचल के जिलों में भारी बारिश के पूरे आसार हैं।
जिन जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, उनमें सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर और पीलीभीत ये जिले शामिल हैं ।
इसके अलावा राजधानी लखनऊ में भी अगले तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार देर शाम से बारिश शुरू हो सकती है, जो अगले दो दिनों तक जारी रहेगी। बारिश के चलते दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट आने की उम्मीद है।
जून और जुलाई में कम बारिश के कारण लोगों को उमस और गर्मी का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब अगस्त के पहले सप्ताह में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और मौसम की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी है।