बारिश के बाद प्रयागराज जंक्शन के बाहर का दृश्य मानो किसी नदी के किनारे का लगने लगा। सिविल लाइंस को पुराने शहर से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग निरंजन डॉट पुल और रामबाग पुल के बाहर भी पानी भर गया।
बुधवार सुबह संगमनगरी प्रयागराज में हुई करीब दो घंटे की मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के कई इलाके पानी-पानी हो गए और लोगों का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया।
बारिश के बाद प्रयागराज जंक्शन के बाहर का दृश्य मानो किसी नदी के किनारे का लगने लगा। सिविल लाइंस को पुराने शहर से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग निरंजन डॉट पुल और रामबाग पुल के बाहर भी पानी भर गया, जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। लोगों को कमर तक भरे पानी में गुजरना पड़ा।
यह कोई नई स्थिति नहीं है। हर साल बरसात के मौसम में प्रयागराज इसी तरह जलभराव की समस्या से जूझता है। महाकुंभ जैसे विश्वस्तरीय आयोजन के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन जलनिकासी की स्थायी समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया।
बारिश के कारण नगर निगम के नाले और सीवर चोक हो गए, जिससे बैरहना, सोहबतियाबाग और रामबाग इलाकों की नालियों का पानी सड़कों पर बहता नजर आया। इस वजह से न सिर्फ गाड़ियों की आवाजाही ठप हुई बल्कि पैदल चलने वालों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
लोगों का कहना है कि हर साल यही हाल होता है, लेकिन प्रशासन सिर्फ दिखावटी इंतजाम करता है। महाकुंभ जैसे आयोजन के लिए बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, पर आम जनता की बुनियादी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाता।