Mock Drill in UP: नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सतर्क रहने और सही प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से बुधवार को प्रयागराज में मॉक ड्रिल की जाएगी। इस दौरान सतर्कता के उपाय भी सुझाए जाएंगे।
Mock Drill in UP: नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सतर्क रहने और सही प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से 7 मई, बुधवार को प्रयागराज में आयोजित होने वाली नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल को लेकर पुलिस लाइन स्थित सभागार में मंगलवार को एक अहम बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अपर पुलिस आयुक्त डॉ. अजय पाल शर्मा ने की। इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी और संबंधित स्टेक होल्डर्स उपस्थित रहे।
बैठक में मॉकड्रिल की रूपरेखा, जिम्मेदारियों का निर्धारण, और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय पर गहन चर्चा हुई। डॉ. शर्मा ने स्पष्ट किया कि इस मॉकड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को आकस्मिक या आपातकालीन परिस्थितियों में जागरूक करना और उनके बचाव हेतु प्रशिक्षण देना है।
सिविल डिफेंस द्वारा मॉकड्रिल के दौरान किए जाने वाले अभ्यासों की विस्तार से जानकारी दी गई। इसमें आकस्मिक परिस्थितियों में राहत कार्यों, रेस्क्यू ऑपरेशन और आम जनता को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने जैसी गतिविधियां शामिल रहेंगी। इसके अलावा, फायर ब्रिगेड, आरएएफ, एडीआरएफ, एनसीसी, एनएसएस और सिविल पुलिस को मिलकर मॉकड्रिल को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में विशेष रूप से रात्रिकालीन ब्लैकआउट की योजना पर चर्चा हुई। सायरन बजने के बाद कितने समय में बिजली गुल की जाएगी और खतरा समाप्त होने के कितने समय बाद पुनः बिजली बहाल की जाएगी, इस पर स्पष्ट दिशा-निर्देश तय किए गए। इस दौरान स्ट्रीट लाइट्स, टॉवर लाइट्स, घरों की लाइट्स और इन्वर्टर को बंद रखने की अपील भी लोगों से की जाएगी।
मॉकड्रिल के दौरान कंट्रोल रूम और सैडो कंट्रोल सेंटर की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की जाएगी, ताकि किसी आपात स्थिति में इन व्यवस्थाओं की तत्परता और क्षमता का आकलन किया जा सके।
यह भी पढ़ें: एयर स्ट्राइक में 9 ठिकाने तबाह, योगी बोले- जय हिंद
डॉ. शर्मा ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में अफवाहों से बचना बेहद जरूरी है। इसके लिए जनता को केवल अधिकृत सूचना स्रोतों पर भरोसा करने और सोशल मीडिया पर फैल रही गलत जानकारी से सतर्क रहने की सलाह दी जाएगी।
मॉकड्रिल में छात्रों, शिक्षकों, और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग इस प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें और भविष्य में किसी भी खतरे की स्थिति में सजग और सुरक्षित रह सकें।
यह मॉकड्रिल न केवल प्रशासनिक तैयारियों की कसौटी होगी, बल्कि यह जनता के बीच सुरक्षा और सजगता का संदेश भी प्रसारित करेगी।