प्रयागराज

Mouni Amavasya Pushp Varsha : 10 करोड़ श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से होगी पुष्प वर्षा

Kumbh Mela: मौनी अमावस्या 2025 को भव्य बनाने के लिए योगी सरकार ने खास तैयारियां की हैं। अमृत स्नान पर्व पर संगम में डुबकी लगाने वाले 10 करोड़ श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की जाएगी। यह पुष्प वर्षा दिनभर 5-6 राउंड में हेलीकॉप्टर से की जाएगी।

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Mouni Amavasya Sangam Snan

Mouni Amavasya Mela: प्रयागराज में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए योगी सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं। श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की जाएगी। यह पुष्प वर्षा सुबह 6:30 बजे से शुरू होकर दिनभर 5-6 राउंड में की जाएगी।

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान और पुष्प वर्षा का आयोजन
मौनी अमावस्या 2025 पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने का अनुमान है। इस भव्य आयोजन को और खास बनाने के लिए योगी सरकार श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कर रही है। इस दौरान 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियां प्रयागराज के संगम सहित सभी प्रमुख घाटों पर आकाश से बरसाई जाएंगी।

पुष्प वर्षा का शुभारंभ सुबह 6:30 बजे से 7:00 बजे के बीच होगा। यह वर्षा दिनभर 5-6 राउंड में चलेगी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुष्प वर्षा की संख्या बढ़ाए जाने की संभावना है।

  • पुष्प वर्षा की तैयारियां
  • हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा: पुष्प वर्षा के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।
  • प्रमुख स्नान घाटों पर आयोजन: संगम, दशाश्वमेध घाट, राम घाट और सभी प्रमुख घाटों पर पुष्प वर्षा की जाएगी।
  • विशेष गुलाब की व्यवस्था: प्रयागराज और आसपास के जिलों से ताजा गुलाब मंगवाए गए हैं।
  • श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
  • सुरक्षा व्यवस्था: स्नान घाटों पर सीसीटीवी और एआई तकनीक से निगरानी की जा रही है।
  • भीड़ नियंत्रण: घाटों पर बैरिकेडिंग और अलग-अलग रूट की व्यवस्था की गई है।
  • सुविधाएं: घाटों पर स्वच्छ पेयजल, मोबाइल टॉयलेट और आपातकालीन मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
  • पार्किंग और ट्रैफिक: श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग क्षेत्र और रूट डायवर्जन का विशेष इंतजाम किया गया है।

श्रद्धालुओं का उत्साह और अनुमानित संख्या
मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है। इस आयोजन में पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए, महाकुंभ 2025 में अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।

पुष्प वर्षा का महत्व
पुष्प वर्षा भारतीय संस्कृति में स्वागत और सम्मान का प्रतीक है। मौनी अमावस्या जैसे धार्मिक पर्व पर श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करना उनकी आस्था और विश्वास को सम्मानित करने का एक विशेष तरीका है। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक बनता है।

  • स्नान घाटों पर प्रशासन की सक्रियता
  • प्रशासन ने सभी घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
  • घाटों का विस्तार किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को स्नान में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
  • स्नान के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और वॉलंटियर्स की तैनाती की गई है।

महाकुंभ 2025: अब तक का सबसे बड़ा आयोजन
महाकुंभ 2025 में अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। मकर संक्रांति के दिन 3.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया था। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जो इस महाकुंभ को और ऐतिहासिक बना देगा।

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