50 हजार रुपए का इनामी गोतस्कर अरशद आखिरकार STF के शिकंजे में आ गया। उसके खिलाफ प्रतापगढ़ और प्रयागराज में आधा दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं। काफी दिनों से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी।
Prayagraj STF Action: लंबे समय से फरार चल रहा 50 हजार रुपये का इनामी और कुख्यात गोतस्कर अरशद उर्फ अशद को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने दबोच लिया है। नवाबगंज के मुबारकपुर गांव निवासी अरशद पर प्रतापगढ़ के महेशगंज थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज था और वह वांछित चल रहा था। STF ने उसके पास से नकदी और मोबाइल फोन बरामद किया है।
STF के डिप्टी एसपी शैलेश प्रताप सिंह ने बताया कि अरशद एक संगठित गोतस्कर गिरोह का संचालन करता था। उसके साथ रंजीत कुमार यादव, हरिशंकर बिंद और अन्य लोग भी गो-तस्करी में शामिल थे। साल 2020 में सोरांव थाने में उसके खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था, जिसमें वह जेल भी गया। जेल से रिहा होने के बाद उसने फिर से वही धंधा शुरू कर दिया।
पिछले साल प्रतापगढ़ के महेशगंज थाने में उसके खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया। इसके बाद इसी साल उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज हुआ, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था। STF को कुछ दिन पहले अरशद की लोकेशन का सुराग मिला, जिसके आधार पर इंस्पेक्टर जय प्रकाश राय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
टीम में दरोगा विनय तिवारी, हेड कांस्टेबल हबीब सिद्दीकी, संतोष कुमार, पंकज तिवारी, प्रवीण जायसवाल और अजय कुमार यादव शामिल थे। इस टीम ने प्रतापगढ़ में घेराबंदी कर अरशद को गिरफ्तार कर लिया।
इंस्पेक्टर के अनुसार, अरशद के खिलाफ प्रयागराज और प्रतापगढ़ में कुल छह आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी से गोतस्करी के नेटवर्क पर करारी चोट मानी जा रही है।