आखिरकार DM प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा की मेहनत ने IGRS निस्तारण के मामले में जिले की रैंकिंग बदल ही दिया। पिछले छह महीने से प्रयागराज लगातार 75वें स्थान पर था। नवंबर महीने में में इस जिले ने लंबी छलांग लगाई।
Prayagraj: प्रयागराज में IGRS (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) की तस्वीर आखिरकार बदलने लगी है। छह महीने तक लगातार पूरे प्रदेश में सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले जिलों की सूची में रहने के बाद नवंबर की रैंकिंग में जिले ने सीधी छलांग लगाते हुए 32वां स्थान हासिल कर लिया। यह सुधार प्रशासन की निरंतर मॉनिटरिंग, टीमवर्क और अफसरों की सक्रियता का नतीजा माना जा रहा है। बतादें कि जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा IGRS को लेकर बेहद संजीदा थे, उन्होंने ने इस खुद इस काम के लिए बहुत मेहनत की है।
छह महीने की गिरावट के बाद बड़ी वापसी
IGRS के नोडल अधिकारी ADM सिटी सत्यम मिश्रा के अनुसार, मई से अक्टूबर तक प्रयागराज ठीक 75वें पायदान पर अटका रहा। लगातार समीक्षाओं और विभागों की जवाबदेही तय होने के बाद अब जिला 140 में से 125 अंक अर्जित कर चुका है।
गुणवत्ता पर जोर, ढिलाई पर कार्रवाई
जिलाधिकारी के निर्देश पर विभिन्न विभागों के साथ नियमित बैठकों का सिलसिला शुरू किया गया। जिन अधिकारियों ने शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में बेहतर प्रदर्शन किया, उन्हें सम्मानित किया गया। वहीं लापरवाही दिखाने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की गई। तकनीकी सहायता के लिए EDM अफसार अहमद और उनकी टीम ने सभी विभागों को प्रशिक्षण देकर प्रणाली में सुधार में अहम भूमिका निभाई।
टीमवर्क का असर, जनता को राहत
ADM सिटी सत्यम मिश्रा का कहना है कि अंक बढ़ना सिर्फ संख्या का खेल नहीं, बल्कि यह जनता के प्रति जिम्मेदारी का प्रमाण है। उनका प्रयास है कि हर शिकायत का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो।
ADM सिटी स्वयं भी त्वरित सुनवाई के लिए जाने जाते हैं। इसी कारण उनके चेंबर में फरियादियों की सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। पीड़ित के पहुंचते ही वे संबंधित अधिकारियों को फोन कर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए जाने जाते हैं।