ट्रेनों के जरिए नशे का कारोबार करने वाले तस्करों पर बड़ा सिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। शनिवार को ऑपरेशन नारकोस के तहत आरपीएफ और जीआरपी ने बड़ी कार्रवाई की। प्रयागराज जंक्शन एक ट्रेन से बैग में भरा गांजा बरामद किया गया। हालांकि तस्कर मौके से फरार हो गए।
Prayagraj: यह मामला ट्रेन नंबर 15658 का है, जिसमें शनिवार को तस्कर गांजा लेकर सफर कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर आरपीएफ-जीआरपी ने प्रयागराज जंक्शन पर सघन घेराबंदी की। सूचना मिली थी कि ट्रेन के कोच नंबर A-2 में दो खाकी रंग के बैग रखे हैं। जिसमें नशे का सामान है। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची, इंस्पेक्टर अमित मीना के निर्देशन में उपनिरीक्षक गौरव और जीआरपी के उपनिरीक्षक अरविंद कुमार यादव की टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया।
तलाशी के दौरान सीट नंबर 7 और 8 के पास तीन बैग मिले, जिसमें एक छोटा और दो बड़े थे। आस पास के यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन बैग का कोई मालिक नहीं मिला। आशंका जताई गई कि तस्कर मौके की नजाकत भांपकर भीड़ में भाग गए। जब बैग खोले गए तो छोटे बैग में कपड़े मिले, जबकि दो बड़े बैगों में काले प्लास्टिक और सफेद टेप में सील किए गांजे के पैकेट बरामद हुए।
एक लाख से ज्यादा का था गांजा
ट्रेन में बरामद कुल बरामद गांजे का वजन 34.5 किलोग्राम निकला, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1.31 लाख रुपये आंकी गई है। आरपीएफ और जीआरपी अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह खेप कहां से लाई गई थी और किस गिरोह से जुड़ी है।
इंस्पेक्टर ए.के. सिंह ने बताया कि तस्करों की पहचान और उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच जारी है। यह कार्रवाई ऑपरेशन नारकोस के तहत नशे के खिलाफ चल रही मुहिम की बड़ी सफलता मानी जा रही है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रेनों के जरिए नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।