प्रयागराज में एक तांत्रिक के बहकावे में आकर दादा द्वारा अपने पोते की ही निर्मम हत्या की घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी दादा को गिरफ्तार कर लिया है।
Prayagraj: प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र में 11वीं के छात्र पियूष उर्फ यश की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। करेली के सदियापुर निवासी सरन सिंह ने अपने ही पोते की आरी और चापड़ से निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस घटना ने लोगों को झकझोर दिया।
बेटे-बेटी की मौत से टूटा आरोपी
डीसीपी नगर अभिषेक भारती और डीसीपी यमुनानगर विवेकचंद्र यादव ने बताया कि सरन सिंह की बेटी ने 2023 और बेटे ने 2024 में यमुना पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। लगातार दो बच्चों की मौत के सदमे से वह मानसिक रूप से टूट गया। इसी बीच वह कौशाम्बी के एक तांत्रिक के संपर्क में आया। तांत्रिक ने उसे यकीन दिलाया कि यश की दादी ने जादू-टोना कर उसके परिवार को बर्बाद किया है।
इस तरह रची गई हत्या की साजिश
मंगलवार सुबह 8:30 बजे सरन ने यश को स्कूल जाते समय किसी काम का बहाना बनाकर कल्याणी देवी स्थित घर बुलाया। कमरे में पहुंचते ही पहले उसने ईंट से सिर पर हमला किया, फिर कपड़े से मुंह दबाकर उसकी सांसें रोक दीं। इसके बाद आरी और चापड़ से उसका सिर, हाथ-पैर और धड़ अलग कर डाले।
शव के किए छह टुकड़े
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद उसने शव को छह टुकड़ों में बांटा और करीब छह घंटे तक अलग-अलग जगह फेंकने की कोशिश करता रहा। धड़ को पॉलीथिन में भरकर दरियाबाद, पुराने पुल, अरैल रोड और फूलमंडी होते हुए औद्योगिक क्षेत्र के लवायन कुरिया नाले में फेंक दिया। इस दौरान भैंस चरा रही एक वृद्ध महिला ने उसे देख लिया।
हथियार बरामद, तांत्रिक की तलाश
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त आरी और चापड़ बरामद कर लिए हैं। अब तक शव का धड़ और सिर मिल चुका है, लेकिन अन्य हिस्सों की तलाश जारी है। आरोपी ने कपड़े यमुना पुल से नदी में फेंकने की बात कबूल की है।
पुलिस ने घटना में शामिल बताए जा रहे तांत्रिक की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की हैं। सूत्रों के अनुसार तांत्रिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।