mahakumbh 2025: सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो पर कुछ लोग सवाल उठाते हुए यूपी सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहे लड़कों की वजह से भगदड़ मची है। आइए जानते हैं क्या वायरल वीडियो की सच्चाई।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में 29 जनवरी की सुबह करीब 2 बजे महाकुंभ मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से अधिक घायल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भगदड़ का मुख्य कारण संगम पर तीर्थयात्रियों की अचानक उमड़ी भीड़ थी। मौनी अमावस्या के शुभ मुहूर्त पर सुबह 3 बजे पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में कुछ युवकों को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के समर्थन में नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इन्हीं युवकों की वजह से कुंभ मेले में भगदड़ मची, जिसमें कई लोगों की जान चली गई।
दूसरे वीडियो में कोलाज शामिल है। इसमें दो अलग-अलग क्लिप्स शामिल हैं। पहली क्लिप में द लल्लनटॉप की रिपोर्ट का कुछ अंश है, जिसमें एक व्यक्ति दावा कर रहा है कि एक बस से 15-20 युवक उतरे और भगदड़ मचाई। दूसरी क्लिप में युवकों को "अखिलेश यादव ज़िंदाबाद" के नारे लगाते हुए दिखाया गया है। इसे जोड़कर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि इन युवकों ने ही भगदड़ की स्थिति पैदा की। इस घटना को लेकर जांच जारी है और प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से सतर्क रहने की अपील की है। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, रायबरेली के इन लड़कों का वीडियो भगदड़ वाली रात का नहीं, बल्कि उससे दो दिन पहले का है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक एक्स यूजर ने '@chhora_yadav_ka_7777' नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है। साथ ही लिखा है कि ये वायरल वीडियो में नारेबाजी करते दिख रहे लड़कों में से एक का अकाउंट है।
'@chhora_yadav_ka_7777' नाम के अकाउंट से जुड़े एक फेसबुक अकाउंट से संपर्क करने पर पता चला कि यह किसी प्रदीप यादव का है। प्रदीप ने बताया कि वायरल वीडियो 26 जनवरी की रात का है। वो अपने दोस्तों के साथ 26 जनवरी को महाकुंभ में गए थे। वहां कुछ लोग उनके आगे 'मोदी-योगी जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे, तो उन्होंने भी 'अखिलेश यादव जिंदाबाद' के नारे लगा दिए।