Patrika Interview: 20 वर्षीय हरियाणा की तीरंदाज भजन कौर रायपुर की मेजबानी में आयोजित 45वीं राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने यहां आई हुई है। उन्होंने पत्रिका से भारत में वर्तमान खेल स्थिति पर खुलकर बात की…
Patrika Interview: दिनेश कुमार. भारतीय खिलाडिय़ों को ओलंपिक जैसे बड़े टूर्नामेंट में पदक जीतने के लिए मानसिक रूप में और अधिक मजबूत होना पड़ेगा। वैश्विक स्तर के टूर्नामेंटों में मेंटल प्रेशर झेलने की क्षमता भारतीय एथलीट्स वैसी नहीं है, जैसी अन्य देशों के खिलाडिय़ों में हैं। यही कारण हैं कि हम ओलंपिक जैसे बड़े मंच में पदक जीतने के चूक जाते हैं। यह बात रायपुर में ओलंपियन तीरंदाज भजन कौर ने कही। 20 वर्षीय हरियाणा की तीरंदाज भजन कौर रायपुर की मेजबानी में आयोजित 45वीं राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने यहां आई हुई है। उन्होंने पत्रिका से भारत में वर्तमान खेल स्थिति पर खुलकर बात की…
प्रश्न: भारत में खेल की व्यवस्था व स्थिति कैसी है
उत्तर: अब हमारे देश में खेल सुविधाएं तेजी से बढ़ रही हैं। तीरंदाजी के आउटडोर के साथ अब इंडोर रेंज भी बनने लगी है। सोनीपत व पुणे में इंडोर सेंटर बन गए हैं। खिलाडिय़ों के लिए अच्छे कोच, मनोचिकित्सक और फिजियों की भी व्यवस्था होने लगी है। अब बारी हमारी है कि हम और अधिक मेहनत करें और बड़े मंचों में पदक जीतकर अपने देश का मान बढ़ाएं।
प्रश्न: क्या खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत नहीं है
उत्तर: भारतीय खिलाडिय़ों को मेंटल रूप से और अधिक मजबूत बनना चाहिए। अपने आत्मविश्वास को बढ़ाना होगा। इसमें मनोचिकित्सक की बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। हमें खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है।
प्रश्न: छत्तीसगढ़ में आयोजन की व्यवस्था कैसे लगी
उत्तर: मैं पहली बार यहां आई हूं। यहां की व्यवस्था काफी अच्छे हैं। इतने बड़े स्टेडियम में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। राष्ट्रीय आयोजन ऐसे ही मैदान में आयोजित होने चाहिए।
45वीं राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजा प्रतियोगिता में बुधवार को रिकर्व राउंड के मिक्सड डबल और टीम इवेंट के फाइनल मुकाबले खेले गए। इसमें पदक विजेता खिलाडिय़ों को पदक देकर सम्मानित किया गया। रिकर्व पुरुष व्यक्तिगत एलिमिनेशन राउंड में हरियाणा के अगस्त्य सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया। राजस्थान के आदित्य जावा दूसरे और पश्चिम बंगाल के जुएल सरकार तीसरे स्थान पर रहे। रिकर्व महिला व्यक्तिगत एलिमिनेशन राउंड में राजस्थान की प्रांजल ठोलिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। हरियाणा की तमन्ना देशवाल दूसरे और ओडिशा की मानसवरी हसदक तीसरे स्थान पर रहीं। रिकर्व राउंड में पदक विजेताओं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश मुरारका, प्रांत संघ संचालक टोपलाल वर्मा, पद्मश्री सम्मानित पूर्णिमा महतो ने सम्मानित किया।
मिक्स्ड टीम रिकर्व स्पर्धा में उत्तर प्रदेश के उज्ज्वल धामा व माधवी चौहान की जोड़ी ने स्वर्ण पदक जीता। महाराष्ट्र की टीम सैराज दिनेश हनमे व कुमकुम अनिल मोहोड़ को रजत और तमिलनाडु की टीम स्मरण सर्वेश व जे. थौफीना बेगम को कांस्य पदक प्राप्त हुआ।