तीन दिन बाद 11 अप्रैल को बिरनपुर गांव के ही दो और लोगों के शव बिरनपुर खार में मिले। बताया जाता है कि गांव में कक्षा 7-8 में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल से लौट रहे थे।
सीबीआई ने बिरनपुर हत्याकांड में शामिल 12 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया है। इन सभी के खिलाफ हत्या, बलवा और मारपीट सहित अन्य धारा लगाई गई है। नामजद शिकायत दर्ज करने के बाद जल्दी सभी को गिरफ्तार कर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। इस हत्याकांड की जांच करने के लिए सीबीआई एसपी राम सिंह के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम शनिवार को रायपुर पहुंची। इसमें डीएसपी मोहिद राम, शैलेन्द्र सिंह मायल सहित विवेचना अधिकारियों की टीम शामिल है।
रायपुर के वीआईपी रोड स्थित सीबीआई दफ्तर में रुकने के बाद साजा विधानसभा के बिरनपुर गांव के लिए रवाना हो गई। बताया जाता है कि इस समय टीम बेमेतरा गेस्ट हाउस में रुकी हुई है। साथ ही प्रकरण के संबंध में इनपुट जुटा रही है। स्थानीय थाना में दर्ज एफआईआर और प्रकरण की जानकारी लेने के बाद सीबीआई अपनी जांच शुरू करेगी। बता दें कि बिरनपुर में 8 अप्रैल 2023 को भुवनेश्वर साहू की हत्या हुई थी। इस मामले में साजा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस समय सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए हैं।
सीबीआई ने नवाब खान, जलील खान, बशीर खान, मुख्तार मोहम्मद, सफीक मोहम्मद, अब्दुल खान, अकबर खान, मोहम्मद जनाब, अयूब खान, निजामुद्दीन, रशीद खान और कल्लू खान सभी ग्राम शक्तिघाट बिरनपुर, थाना साजा, बेमेतरा निवासी है। इन सभी के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 336, 307, 302 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया था।
अप्रैल 2023 को बिरनपुर गांव में दो बच्चों के बीच हुए विवाद देखते ही देखते दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प में तब्दील हो गई थी। इसमें गांव के युवक भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद बिरनपुर गांव में आगजनी की भी घटना हुई। इस घटना के ठीक तीन दिन बाद 11 अप्रैल को बिरनपुर गांव के ही दो और लोगों के शव बिरनपुर खार में मिले। बताया जाता है कि गांव में कक्षा 7-8 में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल से लौट रहे थे।
तभी कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले एक समुदाय के लड़कों ने उनकी पिटाई कर दी। इस घटना के बाद भुवनेश्वर साहू की हत्या हुई थी। घटना के बाद बिरनपुर हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग उठी थी। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए पुलिस से जांच का आश्वासन दिया था।