CG Budget 2025: विधानसभा के बजट सत्र का आठवां दिन हंगामेदार रहा। सत्र के दौरान गुरुवार को शून्य काल में जनपद अध्यक्ष -उपाध्यक्ष चुनाव का मामला गूंजा। कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया, सावित्री मांडवी, द्वारिकाधीश यादव ने शून्य काल में इस मुद्दे को उठाते हुए चर्चा की मांग की।
CG Budget 2025: विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को जनपद पंचायतों में हो रहे अध्यक्ष पद के चुनाव का मुद्दा प्रमुखता से उठा। इस चुनाव में विपक्ष ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए लोकतंत्र का विश्वास खत्म करने की बात कहीं। विपक्ष का आरोप था कि कई जगहों पर चुनाव जानबूझकर स्थगित किया जा रहा है। इसे नाराज विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया ने यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा, 4 मार्च को डौंडी में जनपद अध्यक्ष का चुनाव होना था। चुनाव के लिए सदस्य अंदर गए। इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। सावित्री मनोज मण्डावी ने कहा, कांकेर के तीनों विकासखंड में इसी प्रकार की स्थिति बनी। खरीद-फरोत की जा रही है। द्वारिकाधीश यादव ने कहा, सरकारी कर्मचारियों पर भी दवाब बनाया जा रहा है। विधायक उमेश पटेल ने कहा, जहां हमारे सदस्यों की संख्या अधिक हैं, वहां चुनाव निरस्त किया जा रहा है। इससे लोकतंत्र का विश्वास खत्म हो रहा है। शासन और प्रशासन के लोग परिवारजनों को सता रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह लोकतंत्र का मंदिर है और यहां लोकतंत्र का चिरहरण हो रहा है। दुर्ग जिला पंचायत चुनाव था। वहां महिला पद के लिए केवल दो उमीदवार थीं। इसमें से एक को विधायक के घर बैठा दिया गया। यह लोकतंत्री की हत्या है। मंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए। सत्ता पक्ष की ओर से जवाब नहीं आने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया और नारेबाजी करते हुए बाहर निकल गए।