रायपुर

CG Politics: किरण देव अकेले दौड़कर फर्स्ट आए, BJP प्रदेश अध्यक्ष पर PCC चीफ ने साधा निशाना

CG Politics: किरण देव के भाजपा अध्यक्ष बनने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, किरण देव के फिर से भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित होना वैसा ही है, अकेले दौड़े थे फर्स्ट आ गए।

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Jan 18, 2025

CG Politics: छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग के आरक्षण को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। बैज ने राजीव भवन में पत्रकारवार्ता के दौरान कहा, अभी चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है, सरकार आरक्षण को रद्द कर फिर से आरक्षण कराए। ओबीसी वर्ग के आरक्षण को बहाल करे, इसके लिए अध्यादेश लाना पड़े तो लाया जाए। विधानसभा की विशेष सत्र बुलाना पड़े, बुलाया जाए, लेकिन ओबीसी वर्ग के आरक्षण को बहाल किया जाए।

CG Politics: एक भी सीट ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं

बैज ने कहा, सरकार के द्वारा कराए गए वर्तमान आरक्षण प्रक्रिया के चलते प्रदेश में ओबीसी वर्ग का नुकसान हुआ है। जिला पंचायत अध्यक्ष का एक भी सीट ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं है। साय सरकार के द्वारा आरक्षण प्रक्रिया के नियमों में किए गए दुर्भावनापूर्वक संशोधन के बाद अनुसूचित जिले और ब्लॉकों में जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य और पंचों का जो भी पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था, अन्य वर्ग के लिए आरक्षित हो गया है। उन्होंने कहा, पहले ओबीसी को धोखा दिया, अब सामान्य वर्ग को ठगने जा रहे।

ओबीसी के संवैधानिक अधिकार में डाला डाका

जब पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ विरोध हो रहा तब कह रहे कि अनारक्षित वर्ग की आधा सीटों में पिछड़ा वर्ग को लड़ाएंगे। पहले तो पिछड़ों के संवैधानिक अधिकार में डाका डाला, अब जले पर नमक छिड़क रहे। अनारक्षित सीटों में तो सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी कोई भी लड़ सकता है और जहां पर जैसी परिस्थिति होती है लोग लड़ते भी है, इसमें भाजपा क्या अहसान कर रही? उन्होंने कहा, भाजपा का अहसान नहीं, बाबा साहब के संविधान के द्वारा दिया गया आरक्षण का अधिकार चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने किरण सिंहदेव पर साधा निशाना

CG Politics: किरण देव के भाजपा अध्यक्ष बनने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, किरण देव के फिर से भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित होना वैसा ही है, अकेले दौड़े थे फर्स्ट आ गए। भाजपा में लोकतंत्र नहीं है। आधा दर्जन नेता अध्यक्ष का नामांकन पत्र लिए थे, लेकिन चुनाव नहीं लड़ने दिया गया।

एक साल पहले जेपी नड्डा भी जब भाजपा के अध्यक्ष बने थे तो बताया गया निर्वाचित हुए है, लेकिन कब नामांकन भरे, चुनाव कार्यक्रम क्या था, चुनाव अधिकारी कौन था? किसने किससे नामांकन भरा कुछ पता नहीं था। यह भाजपा का लोकतंत्र है यहां चुनाव नहीं होता चुनाव का अभिनय होता है।

Updated on:
18 Jan 2025 05:59 pm
Published on:
18 Jan 2025 05:58 pm
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