Fraud News: रकम लेने के बाद भी दोनों युवकों को सिपाही की नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने अपने पैसों की मांग की। आरोपी उन्हें आजकल के नाम से टरकाने लगा।
Fraud News: पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले जीआरपी हवलदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। बताया जाता है कि आरोपी ने कई लोगों से नौकरी के नाम पर पैसे लिए थे। पुलिस के मुताबिक वर्ष 2017 में पुलिस विभाग में आरक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था। उस दौरान जांजगीर-चांपा निवासी महेंद्र सिंह मानसर की बिलासपुर रेलवे स्टेशन में जीआरपी के हवलदार जय कुमार वर्मा से मुलाकात हुई।
जय कुमार ने पुलिस विभाग में अपनी पहुंच होने का दावा करते हुए सिपाही की नौकरी में किसी को भी भर्ती कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद महेंद्र ने अपने भाई भूपेंद्र सिंह मानसर को राजनांदगांव जिला में सिपाही के पद में भर्ती कराने की इच्छा जताई। (Fraud News) इसके बाद जय कुमार ने नौकरी के एवज में 10 लाख की मांग की। दिव्यांग महेन्द्र की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इस कारण खेत बेचकर जयकुमार को 10 लाख रुपए दिए।
पीड़ितों के मुताबिक आरोपी ने कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए। अपने गांव के भी कुछ लोगों से पैसे लिए। पंचायत की बैठक के बाद आरोपी ने कुछ लोगों को अपनी जमीन बेचकर पैसे वापस किए। (Fraud News) फिलहाल दोनों युवकों के पैसा वापस नहीं किए। जयकुमार ने खमतराई की आरवीएच कॉलोनी में मनोज मिंज की मां राजकुमारी मिंज और तीरथ साहू की उपस्थिति में महेंद्र से पैसे लिए।
Fraud News: राजकुमारी ने भी अपने बेटे मनोज के लिए 3 लाख रुपए जयकुमार को दिए। रकम लेने के बाद भी दोनों युवकों को सिपाही की नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने अपने पैसों की मांग की। आरोपी उन्हें आजकल के नाम से टरकाने लगा। वर्ष 2019 में 2 लाख रुपए वापस किए। बाकी रकम अब तक नहीं दी। इसकी शिकायत पर खमतराई पुलिस ने आरोपी हवलदार के खिलाफ अपराध दर्ज किया। फिर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।