CG News: महिला समूह के पास इसका टेंडर है, वो करीब दस वर्षों से इसका संचालन कर रहा है। पूर्व में भी इस समूह को फायदा दिलाने का आरोप संस्कृति एवं राजभाषा विभाग पर लग चुका है।
CG News: महंत घासीदास संग्रहालय रायपुर में छत्तीसगढ़ व्यंजनों के खानपान का केंद्र गढ़कलेवा संचालन के लिए निकला टेंडर विवादों की भेंट चढ़ गया। अन्य समूह के लोगों का आरोप है कि वर्तमान में चल रहे महिला स्वयं सहायता समूह को फायदा दिलाने के लिए टेंडर में इस तरह से नियम बनाए गए कि किसी अन्य को मौका ना मिल सके। वर्तमान में जिस महिला समूह के पास इसका टेंडर है, वो करीब दस वर्षों से इसका संचालन कर रहा है। पूर्व में भी इस समूह को फायदा दिलाने का आरोप संस्कृति एवं राजभाषा विभाग पर लग चुका है।
वहीं पहले भी कई समूह की ओर से विभाग में आपत्ति दर्ज की गई, पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। विभाग की ओर से गढ़कलेवा के संचालन के लिए टेंडर निकाला गया था। इसमें प्रपत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15.09.2025. जमा करने की अंतिम तिथि 25 सितंबर रखी गई थी, वहीं तकनीकी प्रस्ताव खोलने की अंतिम तिथि (तकनीकी प्रस्ताव) 29 सितंबर रखी गई थी। इसके बाद अंतिम वित्तीय प्रस्ताव खोलने की अंतिम तिथि 3 अक्टूबर है।
अन्य समूह का आरोप है कि विभाग की ओर से जारी निविदा में दो दिन पहले ही टेंडर के नियमों में बदलाव कर दिया गया। इसमें बिंदु क्र. 23 में संशोधन करते हुए लिखा की तकनीकी मूल्यांकन अंक 80 में से न्यूनतम 50 तकनीकी अंक प्राप्त करने वाले सभी समूह का वित्तीय प्रस्ताव खोला जाएगा। वहीं बदलाव से पहले सारे समूह अपना टेंडर भर चुके थे।
वहीं विभाग की ओर से जारी टेंडर के प्रपत्र में पहले ही उल्लेख कर दिया गया कि, यदि रुचि की अभिव्यक्ति में किसी भी प्रकार का परिवर्तन व संशोधन होता है तो उसकी जानकारी विभाग की वेबसाइट में होगी। समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं होगा।
इस मामले की जानकारी मिली है मुझे, अधिकारियों के साथ समीक्षा करने के बाद टेंडर को निरस्त किया जाएगा।
राजेश अग्रवाल, मंत्री संस्कृति एवं पर्यटन