Mahadev Satta App: बताया जाता है कि सीबीआई ने एफआईआर दर्ज करने के बाद पूरे प्रकरण में इनपुट जुटाने के बाद 26 मार्च को छत्तीसगढ़ सहित 4 राज्यों के 60 ठिकानों में छापा मारा था। सीबीआई की टीम जल्दी ही महादेव सट्टा प्रकरण में जेल भेजे गए और जमानत पर रिहा किए गए आरोपियों से पूछताछ कर बयान लेगी।
Mahadev Satta App: सीबीआई ने 6000 करोड़ रुपए के महादेव बुक सट्टा ऐप प्रकरण में पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित 19 अन्य लोगों को खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा अज्ञात पुलिस अफसरों और अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। इस एफआईआर में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम 6वें नंबर पर लिखा गया है। साथ ही महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल सहित अन्य लोगों को नाम शामिल किए गए है। यह प्राथमिकी दिल्ली सीबीआई द्वारा 18 दिसंबर 2024 को रजिस्टर्ड की गई है।
बताया जाता है कि सीबीआई ने एफआईआर दर्ज करने के बाद पूरे प्रकरण में इनपुट जुटाने के बाद 26 मार्च को छत्तीसगढ़ सहित 4 राज्यों के 60 ठिकानों में छापा मारा था। इस दौरान तलाशी के बाद इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस, प्रॉपर्टी के दस्तावेज, आय-व्यय और अन्य पेपर्स को जांच के लिए जब्त किया था। बता दें कि राज्य सरकार के निर्देश पर ईओडब्ल्यू द्वारा प्रकरण को जांच के लिए सीबीआई को सौंपा गया था। जिसके आधार पर सीबीआई द्वारा अपराध दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने 26 मार्च को छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, दिल्ली और पश्चिम बंगाल स्थित 60 ठिकानों में छापामारा था। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव, पूर्व सीएम के तत्कालीन सलाहकार विनोद वर्मा, तत्कालीन ओएसडी आशीष वर्मा, मनीष बंछोर, आईपीएस आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव, आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल, अभिषेक माहेश्वरी, संजय ध्रुव, जेल भेजे गए सेवानिवृत आईएएस अनिल टुटेजा, राज्य सेवा की निलंबित अधिकारी सौम्या चौरसिया, सहित राज्य पुलिस के आरक्षक नकुल सहदेव और अन्य पुलिसकर्मी के 26 ठिकाने में छापा मारा था।
Mahadev Satta App: सीबीआई की एफआईआर में रवि उप्पल, शुभम सोनी, चंद्रभूषण वर्मा, असीम दास, सतीश चंद्राकर, भूपेश बघेल, नीतिश दीवान, सौरभ चंद्राकर, सहित अन्य नाम हैं। वहीं 20 नंबर पर अज्ञात ब्यूरोकेट्स पुलिस अफसर और 21 नंबर पर अन्य अज्ञात निजी व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है।