NIRF Ranking 2025: इन संस्थानों में यूनिवर्सिटी, कॉलेज, रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, मेडिकल जैसी कई कैटेगरी शामिल हैं। रैंकिंग में इस बार देश के 14163 उच्च शिक्षण संस्थानों से हिस्सा लिया था।
NIRF Ranking 2025: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से गुरुवार को एनआईआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग, 2025 जारी कर दी गई। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की ओर से जारी की गई रैंकिंग में इस बार ओवरऑल श्रेणी में एक बार फिर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास टॉप पर रहा। आईआईटी, मद्रास 2024 में भी शीर्ष स्थान पर था। इसके बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलूरु दूसरे और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे तीसरे स्थान पर रहा।
वहीं शीर्ष प्रबंधन संस्थानों में आईआईएम, अहमदाबाद शीर्ष पर रहा। छत्तीसगढ़ के आईजीकेवी ने 28वीं, एम्स ने 31वीं, आईआईटी भिलाई ने 72वीं और एनआईटी ने 86वीं रैंक और आईआईएम रायपुर ने 15 वीं रैंकिंग हासिल की है। इस साल मेडिकल में रायपुर एम्स सात पायदान ऊपर चढ़कर 31वीं रैंक हासिल की है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास और मेडिकल कॉलेजों में एम्स, दिल्ली आगे रहा। इस बार 17 श्रेणी में सर्वोच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी की गई।
इन संस्थानों में यूनिवर्सिटी, कॉलेज, रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, मेडिकल जैसी कई कैटेगरी शामिल हैं। रैंकिंग में इस बार देश के 14163 उच्च शिक्षण संस्थानों से हिस्सा लिया था। इनमें सबसे अधिक 5268 संस्थान अकेले दक्षिण के थे। वहीं इनमें पश्चिम भारत के 4702 संस्थान, उत्तर भारत के 2304 संस्थान और पूर्वी भारत के 1889 संस्थान शामिल थे।
एम्स के पीआरओ डॉ मृत्युंजय राठौर ने बताया कि एम्स रायपुर को मेडिकल कैटेगरी में 31वीं रैंक मिली है, जो पिछले साल से अच्छा है। रिसर्च नए प्रोजेक्ट, एजुकेशन क्वॉलिटी में सुधार, मरीजों के लिए नई सुविधाओं के कारण रैंकिंग में सुधार हुआ है। आगे भी नए प्रोजेक्ट, सुधार और सुविधाओं में दिशा में काम किया जा रहा हैं। रैंकिंग में और अच्छा सुधार होगा।
एनआईआरएफ- 2025 की बहुप्रतीक्षित सूची में इस बार छत्तीसगढ़ के प्रमुख संस्थानों की रैंकिंग में भी कुछ सुधार तो कुछ गिरावट दर्ज की गई है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (आईजीकेवी) ने 28वीं, एम्स ने 31वीं, आईआईटी भिलाई ने 72वीं और एनआईटी ने 86वीं रैंक और आईआईएम रायपुर को 15 वीं रैंकिंग हासिल की है। इस साल मेडिकल में रायपुर एम्स ने सात पायदान ऊपर चढ़कर 31वीं रैंक हासिल की है।
पिछले साल एम्स की रैंकिंग 38 थी। ऐसे ही कृषि और संबद्ध क्षेत्र में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने रैकिंग में 11 पायदानों की छलांग लगाई है। पिछले साल विश्वविद्यालय की रैंकिंग 39 थी, जो अब 28 पर पहुंच गई है। इंजीनियरिंग कैटेगरी में आईआईटी भिलाई ने रैंकिंग में एक पायदान की सुधार की है।
पिछले साल इसकी रैंकिंग 73 रही थी। लेकिन एनआईटी की रैंकिंग में 15 स्थानों की गिरावट आई है। इस बार उसकी रैंकिंग 86 है। पिछले इसकी 71 रही थी। मैनेजमेंट में आईआईएम रायपुर(15) को एक रैंक का झटका लगा है। ओवरऑल में रैंक बैंड 101-150 में एम्स और 151-200 में एनआईटी शामिल हैं। वही यूनिवर्सिटी के रैंक में कृषि विश्वविद्यालय को 151-200 के रैंक में शामिल किया गया है।
संस्थान - 2025 - 2024
एम्स - 31 - 38
आईआईटी - 72 - 73
कृषि विवि - 28 - 39
आईआईएम - 15 - 14
एनआईटी - 86 - 71
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि देश के 173 कृषि विश्वविद्यालयों और संबद्ध क्षेत्र में 28वां स्थान हासिल हुआ है। यह रैंकिंग पिछले तीन वर्षों में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों के आधार पर मिली है। राज्य से एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान प्राप्त करने वाला एक मात्र विश्वविद्यालय है। साथ ही मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों से किसी भी कृषि विश्वविद्यालय को रैंकिंग में जगह नहीं मिली है।