Rail Madad App: ऐप या सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत मिलते ही कंट्रोेल रूम द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए रेलवे के संबंधित विभाग के पास भेज दिया जाता है।
Rail Madad App: मैं गर्भवती हूं, मेरी रिजर्व सीट पर एक पुरुष यात्री ने कब्जा कर लिया है। कई बार रिक्वेस्ट करने के बाद भी वह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। इस तरह की शिकायतें यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा बनाए गए रेल मदद ऐप और सोशल मीडिया के अधिकृत हैंडल एक्स पर प्रतिदिन मिल रही हैं। पिछले 6 माह में ही रायपुर रेल मंडल में 8385 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 5198 शिकायतें कनेक्ट ही नहीं हो सकीं।
वहीं 387 यात्रियों ने शिकायतों का निराकरण नहीं होने पर असंतुष्टि जताई है। रेलवे इसका कारण यात्रियों के मोबाइल में नेटवर्क नहीं होने, उनका मोबाइल स्वीच ऑफ होने या यात्री के सीट पर नहीं मिलने को बताता है। औसतन 15 शिकायतें रेलवे को प्रतिदिन प्राप्त हो रही हैं। गौरतलब है कि यात्रा के दौरान यात्रियों की किसी भी तरह की शिकायत का निवारण करने के लिए रेलवे ने रेल मदद ऐप की शुरुआत की थी।
इस ऐप और सोशल मीडिया हैंडल एक्स के माध्यम से प्रतिदिन रेलवे को शिकायतें मिलती हैं। इनमें सीट पर कब्जा होने, गंदगी, मेडिकल जरूरत, सीट या स्टेशन पर सामान छूटने, वेंडर द्वारा ओवर चार्जिंग जैसी कई शिकायतें मिलती हैं। ऐप या सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत मिलते ही कंट्रोेल रूम द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए रेलवे के संबंधित विभाग के पास भेज दिया जाता है।
जैसे ही यात्री एक्स या फिर रेल मदद ऐप के माध्यम से शिकायत करता है। उसका पूरा डिटेल कंट्रोल रूम के पास पहुंच जाता है। इसके बाद वहां तैनात कर्मचारी शिकायत से संबंधित अधिकारी को संपर्क कर समस्या का समाधान करने भेज देता है। वहीं जब तक समस्या का समाधान नहीं होता है, उस शिकायत को बंद नहीं किया जाता। कई बार चलती ट्रेन में असुविधा होने पर मौके पर तैनात टीटीई और आरपीएफ के जवान से संपर्क कर समस्या का समाधान किया जाता है।
प्लेटफार्म, ट्रेन में मोबाइल या सामान भूलना। रिजर्व सीट पर दूसरे यात्री का कब्जा। मेडिकल इमरजेंसी रेलवे कर्मचारी द्वारा अभ्रदता। पेंट्रीकार वेंडर द्वारा ओवरचार्जिंग ट्रेनों में शौचालय में पानी नहीं आना। ट्रेनों में गंदगी। बेड रोल गंदे होना।
माह शिकायत संतुष्ट असंतुष्ट कनेक्ट नहीं हुए
जनवरी 1272 119 44 751
फरवरी 1473 110 67 952
मार्च 1336 112 46 800
अप्रैल 1422 113 64 911
मई 1559 128 82 954
जून 1323 116 84 830
शिवप्रसाद, सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर रायपुर रेल मंडल: रेलवे को मिल रही शिकायतों का 100 प्रतिशत समाधान किया जाता है। प्रतिदिन 15 शिकायतें मिलती हैं। इन्हें कंट्रोल रूम से संबंधित अधिकारी को भेज कर समाधान कराया जाता है।