Robotic Surgery: रायपुर में पचपेड़ीनाका स्थित संजीवनी सीबीसीसी कैंसर अस्पताल में फेफड़े के कैंसर की रोबोटिक सर्जरी कर मरीज की जान बचाई गई।
Robotic Surgery: छत्तीसगढ़ के रायपुर में पचपेड़ीनाका स्थित संजीवनी सीबीसीसी कैंसर अस्पताल में फेफड़े के कैंसर की रोबोटिक सर्जरी कर मरीज की जान बचाई गई। डेढ़ साल पहले सर्जरी की गई थी और महिला अब पूरी तरह सामान्य जीवन जी रही है। रोबोटिक सर्जरी के परिणाम से डॉक्टर भी संतुष्ट हैं।
Robotic Surgery: संजीवनी अस्पताल में सर्जिकल आंकोलॉजी के प्रमुख डॉ. अर्पण चतुर्मोहता ने मरीज की रोबोटिक सर्जरी की थी। 32 वर्षीय महिला की रोबोटिक थोरैसिक सर्जरी का अच्छा परिणाम आया। उन्होंने रोबोटिक सिस्टम की सहायता से जटिल लंग लोबेक्टॉमी और रीजनल नोडल डिसेक्शन सफलतापूर्वक किया था। डॉ. अर्पण ने लंग, मीडियास्टिनल, थायमस और ओसोफेगल कैंसर की कई रोबोटिक सर्जरी की है।
उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में 30 से अधिक सफल सर्जरी की है। मरीज ने आंको सर्जन के साथ अस्पताल के डॉक्टरों की सराहना करते हुए कहा कि वे अब सामान्य जीवन जी रही हैं। नियमित चेकअप कराने व लक्षण दिखते ही इलाज कराने से बीमारी ठीक हो जाती है। कोई भी इसमें देरी न करें। डॉ. चतुर्मोहता ने कहा कि यह परिणाम रोबोटिक तकनीकों व हमारे ट्यूमर बोर्ड के टीमवर्क की वजह से है।
अस्पताल के डायरेक्टर व सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन ने बताया कि डॉ. अर्पण ने इटली में सीआरएस व हाईपेक प्रशिक्षण, फ्रांस, इटली एवं मुंबई से रोबोटिक सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल की है। अब तक प्रदेश में 5000 से अधिक सफल कैंसर सर्जरी की, जिनमें 100 से अधिक सीआरएस और हाईपेक केस शामिल हैं।
साथ ही, प्रजनन संरक्षण और ब्रेस्ट कंजरवेशन सर्जरी में भी उनकी विशेषता रही है, जिससे अनेक मरीजों को नई उम्मीद मिली है। डॉ. मेमन ने बताया कि संजीवनी अस्पताल में कैंसर को ठीक करने सभी सुविधाएं उपलब्ध है।