Raipur NIT: रायपुर एनआईटी में स्टार्टअप्स और इनोवेशन को नया आयाम देने जा रहा है। यहां जल्द ही 90 करोड़ रुपए का इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तैयार होगा।
Raipur NIT: ताबीर हुसैन. छत्तीसगढ़ के रायपुर एनआईटी में स्टार्टअप्स और इनोवेशन को नया आयाम देने जा रहा है। यहां जल्द ही 90 करोड़ रुपए का इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तैयार होगा। इस सेंटर के बन जाने से राज्य का स्टार्टअप इकोसिस्टम पहले से कहीं अधिक मजबूत होगा। यह प्रोजेक्ट मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन के 71 करोड़ रुपए के सहयोग से बनाया जाएगा, जबकि राज्य सरकार और एनआईटी 10-10 प्रतिशत योगदान देंगे। काम दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।
एनआईटी ने कैंपस विकास के लिए 500 करोड़ रुपए का बड़ा प्रपोजल गवर्नमेंट ऑफ इंडिया को भेजा है। डायरेक्टर एन.वी. रमना राव के अनुसार, स्वीकृति मिलते ही कैंपस को वर्ल्ड-क्लास बनाने का काम तेजी से शुरू होगा। इसमें अत्याधुनिक लैब्स, नए कोर्सेस, रिसर्च सुविधाओं का विस्तार और छात्रों के लिए बेहतर इंडस्ट्री कनेक्ट शामिल है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में संस्थान की रैंकिंग और रिसर्च आउटपुट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।पेटेंट और पब्लिकेशन की संया तेजी से बढ़ी है। राव ने कहा कि रैंकिंग से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि छात्रों को क्या लाभ मिल रहा है और इस दिशा में संस्थान निरंतर मजबूत कदम उठा रहा है। एनवी रमना राव, डायरेक्टर, एनआईटी रायपुर
एनआईटी असिस्टेंट रजिस्ट्रार पवन कटारिया ने कहा की यह सेंटर केवल एनआईटी के विद्यार्थियों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि राज्य के युवाओं, शोधार्थियों और स्टार्टअप फाउंडर्स के लिए खुला रहेगा। आइडिया से प्रोटोटाइप और मार्केट तक का सफर आसान होगा, शुरुआती स्टार्टअप्स को तकनीकी सहायता, सलाह और फंडिंग तक पहुंच भी मिलेगी।
नया सेंटर वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगा। प्रोटोटाइप लैब, मेक स्पेस, आइडिया डेवलपमेंट हब, स्टार्टअप इनक्यूबेशन, मेंटरिंग नेटवर्क और इंडस्ट्री लिंक्ड रिसर्च जैसे संसाधन युवाओं को सीधे लाभ देंगे। एनआईटी के विशेषज्ञ पूरे संचालन और मॉनिटरिंग की जिमेदारी संभालेंगे।
आईटी, एग्री टेक, हेल्थ टेक, मैन्युफैक्चरिंग, एआई, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन, क्लीन एनर्जी और डीप टेक जैसे सेक्टर्स में स्टार्टअप्स को नई उड़ान मिलेगी। अगले 4 से 5 साल में 2०० से अधिक स्टार्टअप्स इनक्यूबेट होंगे और 4 से 5 हजार रोजगार पैदा होने का अनुमान है।