CG News: रायपुर में आंबेडकर अस्पताल के ऑब्स एंड गायनी विभाग में सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक महिला के पेट के टांके खुल गए।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में आंबेडकर अस्पताल के ऑब्स एंड गायनी विभाग में सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक महिला के पेट के टांके खुल गए। परिजनों का आरोप है कि महिला दर्द से तड़पती रही, लेकिन कोई डॉक्टर झांकने नहीं आया। यहां तक कि नर्सिंग स्टाफ ने भी कोई मदद नहीं की।
महिला का केस सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ऑब्स एंड गायनी विभाग ने सफाई दी है। सफाई में कहा है कि महिला गंभीर बीमारी प्लेसेंटा परक्रिटा से ग्रसित हैं। यह बेहद गंभीर व जानलेवा होती है।
बिरगांव गाजीनगर निवासी 27 वर्षीय ऐरम सबा पति तबरेज को इमरजेंसी में 13 सितंबर की रात आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार तब अत्यधिक ब्लीङ्क्षडग हो रही थी। महिला 7 माह की गर्भवती भी थी। मरीज की हालत को देखते हुए ऑब्स हिस्ट्रेक्टोमी किया गया। इस दौरान मरीज को 14 यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ी।
18 सितंबर को महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया। पहले भी मरीज की तीन बार सिजेरियन डिलीवरी हो चुकी है। विभाग की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. रूचि गुप्ता ने बताया कि डिस्चार्ज के बाद 22 सितंबर को घर में कमजोरी लगने के कारण महिला को पुन: अस्पताल लाया गया। जांच में मरीज का ऊपर का टांका खुला पाया गया, परंतु अंदर से टांका जुड़ चुका था।
डॉक्टर ने बताया कि मरीज में पोषण की भी कमी है जो कि टांके के ऊपरी तौर पर खुलने का कारण हो सकते हैं। मरीज का इलाज किया जा रहा है। जरूरी एंटीबायोटिक व अन्य दवाएं दी जा रही हैं। साथ ही योजना बनाई गई है कि घाव की स्थिति ठीक होने पर पुन: टांका लगाया जाएगा।