छत्तीसगढ़ में World Tourism Day पर बड़ा निवेश, 303.62 करोड़ रुपए से भोरमदेव, मयाली बगीचा, फिल्म सिटी और कन्वेंशन सेंटर विकसित होंगे।
World Tourism Day: छत्तीसगढ़ में टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। इसी को देखते हुए प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 303.62 करोड़ रुपए से पर्यटन स्थलों को संवारा जाएगा। स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत कवर्धा जिले के भोरमदेव मंदिर में कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से टेंडर जारी किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसे बनाने के लिए पयर्टन विभाग में 145.99 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है।
वहीं, बेस्ट डेस्टिनेशन डेवलपमेंट के अंतर्गत जशपुर जिले के मयाली बगीचा (ईको टूरिज्म) में 9.97 करोड़ रुपए की लागत से इसे संवारने का कार्य किया जाना है। साथ ही नवा रायपुर में 95.79 करोड़ रुपए की लागत से चित्रोत्पला फिल्म सिटी और 51.87 करोड़ रुपए से कन्वेंशन सेंटर बनाया जाएगा। अब नई नीति के तहत पर्यटन को उद्योग से जोड़ दिया गया है। इससे विकास के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में बूम आएगा।
एक्सपर्ट के अनुसार प्रदेश में अनुभवशील पर्यटन को बढ़ावा देने की अपार संभावनाए हैं। इसमें पर्यटक हते व 15 दिन का टूर पैकेज बनाकर यहां की संस्कृति को जान सकते हैं। उदाहरण के तौर पर बस्तर में बहुत सी जगह घूमने की है, यहां रहकर पर्यटक आदिवासी संस्कृति को समझ सकते हैं। यहां की खेती किस तरह होती है, कैसे धान बोया जाता है, अलग-अलग पंथ-समाज की संस्कृति क्या है, रहन सहन, गीत संगीत का अनुभव पर्यटकों को कराया जा सकता है।
स्वदेश दर्शन योजना के तहत भोरमदेव कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। इसे इस तरह से बनाया जा रहा है, जिसमें पर्यटक 20 किलोमीटर के सर्किट में भोरमदेव मंदिर, तालाब, मेला ग्राउंड, छेरकी और मड़वा महल, रायचुरा मंदिर, सरोदा डेम का सौंदर्यीकरण, पर्यटन की सुविधा का आनंद ले सकें।
पर्यटन विभाग द्वारा जशपुर जिले में स्थित मयाली बगीचा का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। इसे चैलेंज बेस्ट स्किल डेस्टिनेशन, ईको टूरिज्म- प्रकृति और स्थानीय संस्कृति के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही यहां पर्यटकों के रूकने के लिए होटल-रिसोर्ट की व्यवस्था, कॉन्फेंस हॉल सहित कई सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
World Tourism Day: नवा रायपुर में फिल्म सिटी बनाई जाएगी। इसमें बड़ा स्टूडियो कॉप्लेक्स, फिल्मों और टीवी शो की शूटिंग की सुविधा, नकली सेट और मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। इस जगह एक डमी शहर बनाया जाएगा।
इसी के साथ ही एक कन्वेंशन सेंटर बनेगा। इन दोनों का निर्माण 93 एकड़ जमीन में होगा। कन्वेंशन सेंटर के लिए 51. 87 करोड़ रुपए प्रस्तावित हैं। इसमें प्राइवेट सेक्टर की ओर से 300 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया जाएगा।
वेदव्रत सिरमौर, महाप्रबंधक, छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग: छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने कार्य किया जा रहा है। योजना के तहत भोरमदेव, मयाली बगीचा समेत अन्य जगहों का विकास कार्य किया जाना है। प्रदेश के टूरिज्म को बढ़ावा देने प्रमोशन और ब्रांडिंग पर ज्यादा फोकस है, इससे देश-विदेश के ज्यादा पर्यटक यहां घूमने आ सकें।
नीलू शर्मा, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड: प्रदेश को पर्यटन केंद्र बनाने पर फोकस कर रहे है, यहां (ईको, वेलनेस, हेरिटैज, एथेनिक, धार्मिक और एडवेंचर टूरिज्म) इन 6 थीम पर काम किया जाएगा। कुछ पर कार्य चल रहा है।