राजसमंद. आगामी चुनावों में राजसमंद जिले के मतदाताओं को एक बड़ी राहत मिलने जा रही है। अब न तो मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें दिखेंगी और न ही मतदाता सूची में नाम ढूंढने की जद्दोजहद करनी पड़ेगी। विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) के तहत चुनाव आयोग ने ऐसी व्यवस्था की है, जिससे मतदान प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक सुगम, तेज और पारदर्शी हो जाएगी।
हर बूथ पर सीमित मतदाता, कम होगी भीड़
अब एक मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। इसी के चलते जिले में मतदान केंद्रों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की गई है। पहले जहां राजसमंद में 988 मतदान केंद्र थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 1134 हो गई है। इसका सीधा फायदा यह होगा कि मतदाताओं को वोट डालने के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मतदाता पर्ची अब एक क्लिक में
चुनाव के दिन मतदान केंद्रों के बाहर लगी मतदाता सूची में नाम ढूंढने में अक्सर समय लग जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग अब नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत या तो मतदाता पर्ची ऑनलाइन उपलब्ध होगी, या फिर मतदान केंद्र के बाहर मौजूद बीएलओ एक क्लिक में मतदाता की आईडी देखकर पर्ची उपलब्ध करा सकेंगे। पर्ची तुरंत मिलने से मतदाता सीधे मतदान केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे।
जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में बदला नक्शा
मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिले की चारों विधानसभा सीटों में 1200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का पुनर्गठन किया गया है। इसके बाद बूथों की संख्या में यह बढ़ोतरी हुई—
विधानसभा पहले बूथ बढ़े अब कुल
| विधानसभा क्षेत्र | पहले | बूथ बढ़े | अब कुल |
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जिला प्रशासन के अनुसार, इस बदलाव से मतदान प्रक्रिया कहीं अधिक सुव्यवस्थित होगी। हालांकि आपत्तियों के निस्तारण के बाद मतदाता सूची में कुछ नाम और जुड़ सकते हैं।
जिले में कुल 8.91 लाख से अधिक मतदाता
राजसमंद जिले में कुल 8,91,914 मतदाता हैं, जो चार विधानसभा क्षेत्रों में इस प्रकार विभाजित हैं—
| विधानसभा क्षेत्र | कुल मतदाता |
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लोकतंत्र की ओर एक मजबूत कदम
मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाना, भीड़ कम करना और डिजिटल सुविधाओं को जोड़ना—ये सभी कदम मतदाता अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में अहम हैं। साफ है कि इस बार राजसमंद में वोट देना न केवल आसान होगा, बल्कि तेज और व्यवस्थित भी। लोकतंत्र के इस नए स्वरूप से मतदाताओं का उत्साह भी बढ़ना तय है।