Rajasthan News : राजसमंद के लावासरदारगढ़ के गांव दोवड़ा में एक टीचर के रिटायरमेंट के बाद, विदाई पर पूरा गांव और उसके शिष्य रोने लगे। टीचर को विदाई पर बड़ा गिफ्ट दिया। जिसे देखकर टीचर गदगद हो गए।
Rajasthan News : शास्त्रों में गुरु के पद को सूरज और साक्षात गोविंद से भी बड़ा माना गया है। सूरज बाहरी दुनिया का अंधकार मिटाता है पर गुरु भीतर के मन का अंधकार मिटाकर शिक्षा के साथ चरित्र को आलोकित करता है। ऐसे में गुरु की इस महिमा को क्षेत्र के गांव दोवड़ा में एक गुरु के शिष्यों ने समझा और अपने गुरु की सेवानिवृति पर ठाठ-बाठ से बैण्डबाजों के साथ घोडे पर बैठाकर जुलूस निकाला और समान व गुरु दक्षिणा के रूप में शिष्यो एवं ग्रामवासियों ने मिलकर मोटर साइकिल उपहार में भेंट की।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय आगलगांव के प्रधानाध्यापक अलवर निवासी सत्यनारायण शर्मा अपनी राजकीय सेवा से 31 वर्ष पूर्ण करने के बाद रिटायर हुए। इनके मधुर व्यवहार एवं अच्छे शिक्षण से इनके करीब 50 शिष्य राजकीय सेवा में विभिन्न पदों पर सेवा दे रहे हैं। इनमें राजस्थान में पुलिस सर्कल इंस्पेक्टर, स्कूल शिक्षा में प्राचार्य, व्यायता, शिक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, कनिष्ठ सहायक, कांस्टेबल आदि पदों तथा बड़े व्यवसायी भी बने हैं।
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प्रधानाध्यापक अलवर निवासी सत्यनारायण शर्मा 31 अगस्त को सेवानिवृत हो गए। सत्यनारायण शर्मा ने अपना कार्यकाल दोवडा क्षेत्र व आस-पास के विद्यालयों में पूरा किया। सेवानिवृति पर उनके शिष्य व गांव के ग्रामीणों ने उनके सम्मान में एक यादगार समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर पूरा गांव एकत्र हुआ। दोवडा माता मंदिर परिसर में प्रसादी का आयोजन किया गया। वहीं, शिक्षक की विदाई पर शिष्यों एवं ग्रामीणों ने भावुक मन से रोते हुए विदाई दी। इस अवसर पर उनके सम्मान में एक मोटर साइकिल उपहार में भेंट की। इस भेंट को पाने के बाद शिक्षक भावुक हो गए।
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