कांग्रेस राज में इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान जो एमओयू किए गए थे, उसमें से आधे भी धरातल पर नहीं उतरे हैं, जबकि विभागीय अधिकारियों ने फिर से नए एमओयू करने काम शुरू कर दिया है।
हिमांशु धवल
राजसमंद. पिछली कांग्रेस सरकार में जिले में आयोजित इन्वेस्टमेंट समिट में 88 एमओयू किए थे, लेकिन अभी भी 40 प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने का इंतजार है, जबकि 36 में काम प्रारंभ हो चुका है। वहीं कुछ ने अपने हाथ खींच लिए हैं। ऐसे में इस माह फिर से इन्वेस्टर्स मीट करने की तैयारी की जा रही है। अभी तक 21 से अधिक एमओयू हो चुके हैं। जिला उद्योग केन्द्र, रिको और जिला प्रशासन की ओर से जनवरी 2022 में राजसमंद इनवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया था। इसमें 88 एमओयू हस्ताक्षरित किए गए। इसके तहत करीब 700 करोड़ से अधिक का निवेश किया जाना था। इसके लिए खूब प्रचार-प्रसार भी किया, लेकिन इसके दो साल से अधिक समय गुजरने के बावजूद अभी तक सिर्फ 36 प्रोजेक्ट ही धरातल पर उतरे हैं। इसके अलावा 28 प्रोजेक्ट पर्यावरण स्वीकृति, लीज, लोन सहित अन्य कारणों के चलते अंडर प्रोसेस बताए जा रहे है, यह काम कब तक पूरा होगा और प्रोजेक्ट कब से चालू होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इसी प्रकार 12 प्रोजेक्ट प्रमोटर के स्तर पर पेडिंग चल रहे हैं, जबकि उद्योग लगाने के इच्छुक 12 लोगों ने अपना हाथ खींच लिया है। ऐसे में पेडिंग और अंडर प्रोसेस चल रहे प्रोजेक्ट कब तक धरातल पर उतरेंगे इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। इस समिट के दौरान जिले के 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देने का दावा किया था, लेकिन अभी तक मात्र 36 प्रोजेक्ट चालू होने के कारण आधे से भी कम लोगों को रोजगार मिलने की बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि सर्वाधिक रोजगार टेक्निकल टेक्सटाइल, वॉल केयर पुट्टी, रियल एस्टेट, होटल एवं ग्रेनाइट-मार्बल कटर में मिलने की बात कही गई थी।
इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान 11 एलओआई किए थे। इसमें से अभी तक सिर्फ एक धरातल पर उतरा है। एक प्रोजेक्ट अंडर प्रोसेसे और एक में काम जारी बताया जा रहा है, जबकि 8 ने काम करने का इरादा ड्रॉप कर दिया है। जबकि समिट में 13 एलओआई किए गए थे।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक जिले में इन्वेस्टर्स मीट कराई जा रही है। इन्वेस्टर्स मीट 23 अक्टूबर को नाथद्वारा स्थित दी-ग्रैण्ड मारूति नंदन में होनी प्रस्तावित है। इसके तहत अब तक 350 करोड़़ के 21 एमओयू होने की बात सामने आई है। इसमें कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में 125 करोड़ से अधिक, बायो फ्यूल में 100 करोड़ से अधिक और होटल एवं मिनरल आदि में एमओयू किए जा रहे हैं। पिछली बार 700 करोड़़ के प्रोजेक्ट के एमओयू किए गए थे, इस बार इससे अधिक एमओयू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जनवरी 2022 में 88 एमओयू किए थे, इसमें से 36 प्रोजेक्ट शुरू हो गए हैं। 28 में अंडर प्रोसेस चल रहे हैं। इस बार होने वाली इन्वेस्टर्स मीट में 21 एमओयू हो चुके है, जबकि कई और प्रोजेक्ट पर चर्चा चल रही है। 23 अक्टूबर को इंवेस्टर्स मीट प्रस्तावित है।