समाज में बदलाव की एक नई मिसाल सामने आई है, जहां एक समझदार और जागरूक युवा दूल्हे ने परंपराओं और कुरीतियों का विरोध करते हुए 2 लाख 11 हजार रुपए का टीका लौटाया
राजसमंद. समाज में बदलाव की एक नई मिसाल सामने आई है, जहां एक समझदार और जागरूक युवा दूल्हे ने परंपराओं और कुरीतियों का विरोध करते हुए 2 लाख 11 हजार रुपए का टीका लौटाया और शगुन में केवल नारियल लिया। इस पहल ने न केवल परिवार और समाज को चौंकाया, बल्कि एक नई दिशा भी दिखाई कि कैसे युवा समाज में व्याप्त कुरीतियों का विरोध कर सकते हैं।
यह मामला देवगढ़ के समीप स्थित निमझर गांव की है, जहां मानी (मारवाड़) निवासी हिम्मत सिंह ने दौलत कंवर से विवाह किया। विवाह के दौरान, वधू पक्ष की ओर से दुल्हे को तोरण की रस्म के तहत 2 लाख 11 हजार रुपए टिके के रूप में दिए गए। लेकिन दूल्हे हिम्मत सिंह और उनके परिवार ने इस राशि को विनम्रता से लौटा दिया और शगुन के रूप में केवल नारियल लिया।
दूल्हे हिम्मत सिंह ने कहा, "आप अपनी अमूल्य बेटी दे रहे हैं, जो हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार है। ये पैसे कोई मायने नहीं रखते, क्योंकि समाज में वास्तविक खुशी और रिश्तों की अहमियत पैसे से कहीं ज्यादा है।" उनका यह निर्णय समाज में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
दूल्हे की इस पहल की समाज और परिवार के लोगों ने दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल एक कुरीति का विरोध है, बल्कि यह समाज में बदलाव की आवश्यकता को भी उजागर करता है।